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मेरी माँ पर निबंध (My Mother Essay in Hindi)

माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है। यहीं कारण है प्रायः संसार में ज्यादेतर जीवनदायनी और सम्माननीय चीजों तो माँ के संज्ञा दी गयी है जैसे कि भारत माँ, धरती माँ, पृथ्वी माँ, प्रकृति माँ, गौ माँ आदि। इसके साथ ही माँ को प्रेम और त्याग की प्रतिमूर्ति भी माना गया है। इतिहास कई सारी ऐसे घटनाओं के वर्णन से भरा पड़ा हुआ है। जिसमें मताओं ने अपने संतानों के लिए विभिन्न प्रकार के दुख सहते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। यही कारण है कि माँ के इस रिश्तें को आज भी संसार भर में सबसे सम्मानित तथा महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक माना जाता है।

मेरी माँ पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on My Mother in Hindi, Meri Maa par Nibandh Hindi mein)

माँ पर निबंध – 1 (300 words) – maa par nibandh.

माँ वह है जो हमें जन्म देती है, यहीं कारण है कि संसार में हर जीवनदायनी वस्तु को माँ की संज्ञा दी गयी है। यदि हमारे जीवन के शुरुआती समय में कोई हमारे सुख-दुख में हमारा साथी होता है तो वह हमारी माँ ही होती है। माँ हमें कभी इस बात का एहसास नही होने देती की संकट के घड़ी में हम अकेले हैं। इसी कारणवश हमारे जीवन में माँ के महत्व को नकारा नही जा सकता है।

मेरे जीवन में मेरी माँ का महत्व

माँ एक ऐसा शब्द है, जिसके महत्व के विषय में जितनी भी बात की जाये कम ही है। हम माँ के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नही कर सकते हैं। माँ के महानता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंसान भगवान का नाम लेना भले ही भूल जाये लेकिन माँ का नाम लेना नही भूलता है। माँ को प्रेम व करुणा का प्रतीक माना गया है। एक माँ दुनियां भर के कष्ट सहकर भी अपने संतान को अच्छी से अच्छी सुख-सुविधाएं देना चाहती है।

एक माँ अपने बच्चों से बहुत ही ज्यादे प्रेम करती है, वह भले ही खुद भुखी सो जाये लेकिन अपने बच्चों को खाना खिलाना नही भूलती है। हर व्यक्ति के जीवन में उसकी माँ एक शिक्षक से लेकर पालनकर्ता जैसी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती है। इसलिए हमें अपनी माँ का सदैव सम्मान करना चाहिए क्योंकि ईश्वर हमसे भले ही नाराज हो जाये लेकिन एक माँ अपने बच्चों से कभी नाराज नही हो सकती है। यही कारण है कि हमारे जीवन में माँ के इस रिश्ते को अन्य सभी रिश्तों से इतना ज्यादे महत्वपूर्ण माना गया है।

हमारे जीवन में यदि कोई सबसे ज्यादे महत्व रखता है तो वह हमारी माँ ही है क्योंकि बिना माँ के तो जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है। यही कारण है कि माँ को पृथ्वी पर ईश्वर का रुप भी माना जाता है। इसलिए हमें माँ के महत्व के महत्व को समझते हुए, उसे सदैव खुश रखने की कोशिश करनी चाहिए।

निबंध – 2 (400 Words)

मैं अपने माँ को एक अभिभावक तथा शिक्षक के साथ ही अपना सबसे अच्छा मित्र भी मानता हूं क्योंकि चाहे कुछ भी हो जाये लेकिन मेरे प्रति उसका प्रेम और स्नेह कभी कम नही होता है। जब भी मैं किसी संकट या फिर तकलीफ में होता हूं तो वह बिना बताये ही मेरी परेशानियों के विषय में जान जाती है और मेरी सहायता करने का हरसंभव प्रयास करती है।

मातृत्व का बंधन

एक स्त्री अपने जीवन में पत्नी, बेटी, बहू जैसे ना जाने कितने रिश्ते निभाती है, लेकिन इन सभी रिश्तों में से जिस रिश्ते को सबसे ज्यादे सम्मान प्राप्त है वह माँ का रिश्ता है। मातृत्व वह बंधन है जिसकी व्याख्या शब्दों में नही की जा सकती है। माँ अपने बच्चे को जन्म देने के साथ ही उसके लालन-पालन का भी कार्य करती है। कुछ भी हो जाये लेकिन एक माँ का उसके बच्चों के प्रति स्नेह कभी कम नही होता है, वह खुद से भी ज्यादे अपने बच्चों के सुख-सुविधाओं को लेकर चिंतित रहती है।

एक माँ अपनी संतान के रक्षा के लिए बड़ी से बड़ी विपत्तियों का सामना करने का साहस रखती है। एक माँ स्वयं चाहे जितने भी कष्ट सह ले लेकिन अपने बच्चों पर किसी तरह की आंच नही आने देती है। इन्हीं कारणों से तो माँ को पृथ्वी पर ईश्वर का रुप माना गया है और इसलिए यह कहावत भी काफी प्रचलित है कि “ईश्वर हर जगह मौजूद नही रह सकता है इसलिए उसने माँ को बनाया है।”

मेरी मां मेरी सबसे अच्छी मित्र

मेरी माँ मेरे जीवन में कई सारी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती है, वह मेरी शिक्षक तथा मार्गदर्शक होने के साथ ही मेरी सबसे अच्छी मित्र भी है। जब मैं किसी समस्या में होता हूं, तो वह मुझमें विश्वास पैदा करने का कार्य करती है। आज मैं अपने जीवन में जो कुछ भी हूं वह सिर्फ अपने माँ के ही बदौलत हूं क्योंकि मेरी सफलता तथा असफलता दोनो ही वक्त वह मेरे साथ थी। उनके बिना तो मैं अपने जीवन की कल्पना भी नही कर सकता, यहीं कारण है कि मैं उन्हें अपना सबसे अच्छा मित्र मानता हूं।

मेरी माँ मेरे जीवन का आधारस्तंभ है, वह मेरी शिक्षक तथा मार्गदर्शक होने के साथ ही मेरे सबसे अच्छी मित्र भी है। वह मेरे हर समस्याओं, दुखों और विपत्तियों में मेरे साथ खड़ी रहती है और मुझे जीवन के इन बाधाओँ को पार करने शक्ति प्रदान करती है, उसके द्वारा बतायी गयी छोटी-छोटी बातों ने मेरे जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है। यहीं कारण है कि मैं अपने माँ को अपना आदर्श और सबसे अच्छा मित्र भी मानता हूं।

निबंध – 4 (500 Words)

माँ हमारा पालन-पोषण करने के साथ ही हमारे जीवन में मार्गदर्शक और शिक्षक की भी भूमिका निभाती है। हम अपने जीवन में जो भी आरंभिक ज्ञान तथा शिक्षाएं पाते है वो हमें हमारे माँ द्वारा ही दी जाती है। यही कारण है कि माँ को प्रथम शिक्षक के रुप में भी जाना जाता है।

एक आदर्श जीवन के लिए माँ की शिक्षाएं

हमारे आदर्श जीवन के निर्माण में हमें हमारे माँ द्वारा दी गयी शिक्षाएं काफी महत्व रखती हैं क्योंकि बचपन से ही एक माँ अपने बच्चे को नेकी, सदाचार तथा हमेशा सत्य के मार्ग पर चलने जैसी महत्वपूर्ण शिक्षाएं देती है। जब भी हम अपने जीवन में अपना रास्ता भटक जाते हैं तो हमारी माँ हमें सदैव सदमार्ग पर लाने का प्रयास करती है।

कोई भी माँ कभी यह नही चाहती है कि उसका बेटा गलत कार्यों में लिप्त रहे। हमारे प्रारंभिक जीवन में हमें अपनी माँ द्वारा कई ऐसी आवश्यक शिक्षाएं दी जाती हैं, जो आजीवन हमारे काम आती है। इसलिए एक आदर्श जीवन के निर्माण में माँ का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है।

मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी शिक्षक

इस बात को मैं काफी गर्व और विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इस दुनिया में मेरी माँ ही मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है क्योंकि मुझे जन्म देने के साथ ही उसने मुझे मेरे शुरुआती जीवन में वह हर एक चीज सिखायी है, जिसके लिए मैं पूरे जीवन उसका आभारी रहूंगा। जब मैं छोटा था तो मेरी माँ ने मेरी उंगली पकड़कर चलना सिखाया। जब मैं थोड़ा बड़ा हुआ तो मेरी माँ ने मुझे कपड़े पहनना, ब्रश करना, जूते का फीता बांधना सिखाने की साथ ही घर पर मुझे प्रारंभिक शिक्षा भी दी।

जब भी मैं किसी कार्य में असफल हुआ तो मेरी माँ ने मुझमें और भी विश्वास जगाया। जब भी मैं किसी समस्या में था तो मेरी माँ ने हरसंभव प्रयास किया कि मैं उस बाधा को पार कर लूं। भले ही मेरी कोई बहुत पढ़ी-लिखी महिला ना हो लेकिन उसके जिदंगी के तुजर्बे से प्राप्त ज्ञान की बातें किसी इंजीनियर या प्रोफेसर के तर्कों से कम नही है। आज भी वह मुझे कुछ ना कुछ जरुर सिखा पाती है क्योंकि मैं कितना ही बड़ा क्यों ना हो जाऊ लेकिन जिंदगी के अनुभव में हमेशा उससे छोटा ही रहूंगा। वास्तव में मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है और उसके द्वारा दी जाने वाली हर एक शिक्षा अनमोल है।

उन्होंने मुझे बस प्रारंभिक शिक्षा ही नही दी बल्कि की जीवन जीने का तरीका भी सीखाया है, मुझे इस बात की शिक्षा दी है कि समाज में किस तरह से व्यवहार करना चाहिए। वह मेरे दुख में मेरे साथ रही हैं, मेरे तकलीफों में मे मेरी शक्ति बनी है और वह मेरे हर सफलता का आधारस्तंभ भी है। यहीं कारण है कि मैं उन्हें अपना सबसे अच्छा मित्र मानता हूं।

हम अपने जीवन में कितने ही शिक्षित तथा उपाधि धारक क्यों ना हो जाये लेकिन अपने जीवन में जो चीजें हमने अपनी माँ से सीखी होती हैं, वह हमें दूसरा कोई और नही सीखा सकती है। यही कारण है कि मेरी माँ मेरी सबसे अच्छी शिक्षक है क्योंकि उन्होंने मुझे सिर्फ प्रारंभिक शिक्षा ही नही बल्कि की मुझे जीवन जीना भी सिखाया है।

निबंध – 5 (600 Words)

मेरे जीवन में यदि किसी ने मुझपर सबसे ज्यादे प्रभाव डाला है, तो वो मेरी माँ है। उसने मेरे जीवन में मुझे कई सारी चीजें सिखायी है जो मेरे पूरे जीवन मेरे काम आयेंगी। मैं इस बात को काफी गर्व के साथ कह सकता हूं कि मेरी माँ मेरी गुरु तथा आदर्श होने के साथ ही मेरे जीवन का प्रेरणा स्त्रोत भी है।

हमारे जीवन में प्रेरणा का महत्व

प्रेरणा एक तरह की अनुभूति है जो हमें किसी चुनौती या फिर कार्य को सफलतापूर्व प्राप्त करने में हमारी सहायता करती है। यह एक प्रकार की प्रवृति है, जो हमारे शारीरिक तथा सामाजिक विकास में हमारी सहायता करता है। किसी व्यक्ति तथा घटना से प्राप्त प्रेरणा हमें इस बात का अहसास करती है कि हम विकट परिस्थियों में भी किसी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है।

हम अपने क्षमताओं के विकास के लिए अन्य स्त्रोतों से प्रेरणा प्राप्त करते है, जिसमें मुख्यतः विख्यात व्यक्ति या फिर हमारे आस-पास का विशेष व्यक्ति हमें इस बात के लिए प्रेरित करता है कि यदि उसके द्वारा विकट परिस्थियों में भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है तो हमारे द्वारा भी यह कार्य अवश्य ही किया जा सकता है।

कई लोगों के जीवन में पौराणिक या ऐतिहासिक व्यक्ति उनके प्रेरणा स्त्रोत होते हैं, तो कई लोगों के जीवन में प्रसिद्ध व्यक्ति या फिर उनके माता-पिता उनके प्रेरणा स्त्रोत होते है। मायने यह नही रखता कि आपका प्रेरणा स्त्रोत कौन है, मायने यह रखता है कि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में उसके विचारों और तरीकों से कितने ज्यादे प्रभावित है।

मेरी माँ मेरी प्रेरणा

हरेक व्यक्ति के जीवन में कोई ना कोई उसका प्रेरणा स्त्रोत अवश्य होता है और उसी से वह अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा अपने जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा ग्रहण करता है। किसी के जीवन में उसके शिक्षक उसके प्रेरणा स्त्रोत हो सकते है, तो किसी के जीवन में कोई सफल व्यक्ति उसका प्रेरणा स्त्रोत हो सकता है लेकिन मेरे जीवन मैं अपने माँ को ही अपने सबसे बड़े प्रेरणा स्त्रोत के रुप में देखता हूं। वहीं वह व्यक्ति हैं जिन्होंने मुझे मेरे जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और सदैव आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान की।

आज तक के अपने जीवन में मैने अपने माँ को कभी विपत्तियों के आगे घुटने टेकते हुए नही देखा है। मेरे सुख-सुविधाओं के लिए उन्होंने कभी भी अपने दुखों की परवाह नही की वास्तव में वह त्याग और प्रेम की प्रतिमूर्ति है, मेरे सफलताओं के लिये उन्होंने ना जाने कितने कष्ट सहें है। उनका व्यवहार, रहन-सहन तथा इच्छाशक्ति मेरे जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा है।

मेरी माँ मेरी प्रेरणा स्त्रोत इसलिए भी है क्योंकि ज्यादेतर लोग कार्य करते हैं कि उन्हें प्रसिद्धि प्राप्त हो और वह समाज में नाम कमा सके लेकिन एक माँ कभी भी यह नही सोचती है वह तो बस अपने बच्चों को उनके जीवन में सफल बनाना चाहती है। वह जो भी कार्य करती है, उसमें उसका अपना कोई स्वार्थ नही होता है। यही कारण है कि मैं अपने माँ को पृथ्वी पर ईश्वर का एक रुप मानता हूं।

वैसे तो सबके जीवन में उसका कोई ना कोई प्रेरणा स्त्रोत अवश्य ही होता है, जिसके कार्यों या बातों द्वारा वह प्रभावित होता है लेकिन मेरे जीवन में यदि कोई मेरा प्रेरणा स्त्रोत रहा है तो वह मेरा माँ है। उनके मेहनत, निस्वार्थ भाव, साहस तथा त्याग ने मुझे सदैव ही प्रेरित करने का कार्य किया है। उन्होंने मुझे समाजिक व्यवहार से लेकर ईमानदारी तथा मेहनत जैसी महत्वपूर्ण शिक्षाएं दी हैं। यही कारण है कि मैं उन्हें अपना सबसे अच्छा शिक्षत, मित्र तथा प्रेरक मानता हूं।

Essay on My Mother in Hindi

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मेरा देश भारत पर निबंध

हम यहां पर मेरा देश पर निबंध (Mera Desh Essay in Hindi) शेयर कर रहे है। इस निबंध में मेरे देश निबंध के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेयर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

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मेरा देश भारत पर निबंध (Mera Desh Essay in Hindi)

भारत जो अपनी प्राचीन सभ्यता और प्राचीन संस्कृति का धनी है। इस देश का इतिहास बहुत गौरवान्वित रहा है। यही कारण है कि हर भारतीयों को भारतीय होने पर गर्व होता है।

भारत जो कि एक शांतिप्रिय देश है और अपने पड़ोसी देशों के साथ हमेशा मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखने की कोशिश करता है। भारत की संस्कृति और इतिहास बहुत ही रोचक है।

यहां मेरा देश हिंदी निबंध लेकर आए हैं। अकसर विद्यालय में बच्चों को अपने देश भारत की संस्कृति और इतिहास से पूरी तरह अवगत कराने के लिए निबंध लेख दिया जाता है। इसीलिए यह लेख बहुत ही उपयोगिता होने वाला है।

मेरा देश पर निबंध हिंदी में 100 शब्दों में

मुझे मेरे देश पर गर्व है। क्योंकि मेरा देश भारत अपनी संस्कृति अपनी परंपरा के कारण विश्व भर में प्रसिद्ध है। भारत एशिया महाद्वीप पर स्थित है। यह विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश है।

दिल्ली भारत की राजधानी है। भारत उत्तर में हिमालय पर्वत श्रृंखला और दक्षिण में तीन तरफ से महासागर से घिरा हुआ है। भारत में विभिन्न नदियां बहती है और कुछ नदियां बंगाल की खाड़ी में तो कुछ नदियां अरब सागर में जाकर गिरती है।

भारत की जलवायु उष्णकटिबंधीय है, जिसके कारण यहां पर साल भर तीन तरह के मौसम देखने को मिलते हैं: ठंडी, गर्मी और वर्षा। भारत कृषि प्रधान देश है, जिसके कारण यहां पर आधे से ज्यादा जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। भारत में हर तरह की फसल की खेती की जाती है।

भारत विकासशील देशों के सूची में आता है लेकिन वर्तमान में यह हर क्षेत्र में विकास कर रहा है और बहुत जल्द ही विकसित देश भी हो जाएगा।

mera desh essay in hindi

मेरा देश पर निबंध 250 शब्दों में

मुझे अपने देश पर गर्व है। यहां की संस्कृति, परम्परा और सांस्कृतिक भावनाओं पर गर्व है और अपने देश पर हमेशा गर्व रहेगा। भारत दुनिया का सबसे बड़ा और विशाल घनी आबादी वाला देश है।

भारत देश की राजधानी नई दिल्ली है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्मों के लोग बड़े ही प्रेम से रहते हैं। भारत में प्रत्येक राज्य की अपनी एक अलग भाषा है।

हमारे देश के पड़ोसी देश में श्रीलंका, नेपाल, चीन, बांग्लादेश और मलेशिया है। भारत के बहुत से ऐतिहासिक इमारत और स्मारक बने हुए हैं। इन इमारत को देखने के लिए बाहरी देश के पर्यटक का आना जाना लगा रहता है।

भारत में गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी जैसी कई विशालकाय नदियां बहती है। सभी नदियां कृषि की सिंचाई और उपज की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।

  • भारत पर निबंध
  • देश प्रेम पर निबंध

मेरा देश भारत पर निबंध हिंदी में 500 शब्दों का

भारत जो अपनी प्राचीन संस्कृति के कारण विश्व भर में प्रख्यात है। यह पूरे विश्व को वासुदेव कुटुंबकम मानती है। तभी तो भारत ने सदियों से ही बाहरी लोगों को भी अपने देश में आश्रय दिया उनका सच्चे दिल से स्वागत किया।

भारत जो की इतिहास में कई नाम से उल्लेखित है जैसे कि आर्यावर्त, भारतवर्ष, हिंदुस्तान। यह भूमि ऋषि मुनियों की भूमि कहलाती है, जहां पर वेदव्यास, कश्यप, अत्री, वैशिष्ट, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि और भारद्वाज जैसे कई ऋषियों ने जन्म लिया और प्राचीन ग्रंथो की रचना की।

भारत में हर एक धर्म और संप्रदाय के लोग रहते हैं, जिसके कारण यहां पर विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं। यहां के हर एक राज्य के लोगों का रहन-सहन, पहनावा, खानपान, बोली में काफी अंतर देखने को मिलता है। लेकिन भारत की आधिकारिक भाषा हिंदी ही है।

भारत देश का प्रतीक यहां का झंडा तिरंगा है, जिसके तीन रंग केसरिया, सफेद और हरा बलिदान, शांति और समृद्धि का प्रतीक है।

भारत की भौगोलिक स्थिति

भारत एशिया महाद्वीप पर स्थित है। यह विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश है और जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत विकासशील देशों में आता है, जो तेजी से विकास कर रहा है और आने वाले समय में यह विकसित देश कहलाएगा।

भारत राज्यों का संघ है। भारत में वर्तमान में कुल 28 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं। भारत उत्तर से हिमालय पर्वत श्रेणी से घिरा हुआ है तो दक्षिण में समुद्र सीमा से घिरा हुआ है। भारत में बहने वाली ज्यादातर नदियां हिमालय से निकलती हुई भारत के विभिन्न राज्यों से गुजरती है और फिर बंगाल की खाड़ी और अरब महासागर में जाकर गिरती हैं।

गंगा को भारत की सबसे लंबी नदी माना जाता है, वहीं कावेरी को दक्षिण भारत की गंगा कहा जाता है और गोदावरी दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी मानी जाती है।

भारत का हर एक राज्य विशेष महत्व रखता है। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरह के खनिज उत्खनन होते हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान को भारत का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है, वहीं गोवा को भारत का सबसे छोटा राज्य कहा जाता है।

भारत का इतिहास

भारत का इतिहास बहुत ही पुराना और गौरवशाली है। प्राचीन समय में भारत सोने की चिड़िया कहा जाता था क्योंकि यह उस समय एक समृद्ध देश हुआ करता था। लेकिन भारत पर कई विदेशी आक्रमणकारियों ने आक्रमण करके यहां से धन संपत्तियों को लूट कर ले गए।

यहां पर कई विदेशी शासको ने भी लंबे समय तक शासन किया। तकरीबन 200 साल से भी अधिक समय तक अंग्रेजों ने यहां पर शासन किया।

लंबे समय तक विदेशी शासको का गुलामी सहने के बाद चंद्रशेखर आजाद , सुभाष चंद्र बोस , भगत सिंह , सुखदेव, राजगुरु जैसे महान क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए आवाज उठाई और शहीद होकर इस देश को आजादी दिलाए। 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ।

भारत का विज्ञान और प्रौद्योगिकी में स्थान

भारत को भले ही कृषि प्रधान देश कहा जाता है क्योंकि सदियों से यहां के लोगों के लिए आजीविका का प्रमुख माध्यम कृषि ही रहा है और आज भी भारत की आधे से ज्यादा जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। लेकिन भारत धीरे-धीरे अब हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।

वर्तमान में भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी नाम कमा रहा है। भारत में कई महान वैज्ञानिक हुए जैसे जगदीश चंद्र बसु, सीवी रमन, श्रीनिवास रामानुजन जैसे महान वैज्ञानिकों ने गणित , चिकित्सा, भौतिक विज्ञान, खगोलीय विज्ञान जैसे हर एक क्षेत्र में योगदान दिया है और देश के नाम को रोशन किया है।

मेरे देश भारत की पहचान इसके संस्कृति और सभ्यता पर आधारित है। मेरा देश भारत महान है। धर्म निरपेक्षता के आधार पर भारत दुनिया का प्रथम देश है।

भारत देश लगातार ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। हमारे देश में भी अब वैज्ञानिकों द्वारा हर रोज नए-नए अविष्कार किए जा रहे हैं। साथ ही हमारा देश भी अब डिजिटल दौर की ओर बढ़ रहा है।

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मेरा देश भारत पर निबंध हिंदी में 1000 शब्दों का

भारत जिसे हिंदुस्तान, भारतवर्ष न जाने कई नाम से बुलाया जाता है। भारत अपनी संस्कृति, अपने परंपरा अपने जीवन मूल्यों के लिए ही विश्व का सर्वश्रेष्ठ देश कहलाता है।

भारत एशिया महाद्वीप पर स्थित दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है। यह विभिन्न धर्म, संप्रदाय वाला देश है, जहां पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई कई धर्म के लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं।

दिल्ली भारत की राजधानी है। कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल कहा जाता है, वहीं बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है। राष्ट्रीय फल आम है। सारनाथ स्थित अशोक के सिंह स्तंभ को भारत का राष्ट्रीय चिन्ह माना जाता है।

रवींद्रनाथ टैगोर के द्वारा लिखी गई जन गण मन भारत का राष्ट्रीय गान है। वहीं बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की लिखी गई पंक्ति वंदे मातरम भारत कि राष्ट्रीय गीत है।

भारत की संस्कृति, इसकी समृद्धि को अगर अच्छे से समझना है तो भारत के इतिहास को जानना भी जरूरी है। भारत का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है।

इतिहास में इसे सोने की चिड़िया कहा जाता था क्योंकि उस समय यहां पर सभी लोग बहुत ही धनी और समृद्ध हुआ करते थे। लेकिन धीरे-धीरे इस देश पर विदेशी लोगों की बुरी नजर पड़ी।

इस देश पर कई अन्य देश के लोग व्यापार के उद्देश्य से आए लेकिन धीरे-धीरे इस देश में ही रहकर एक दीमक की तरह इस देश को अंदर ही अंदर खाते गए।

कई विदेशी आक्रमणकारियों ने देश के विभिन्न हिस्सो पर कब्जा करके यहां पर सालो तक शासन किया। तकरीबन 200 साल से भी ज्यादा इस देश पर ब्रिटिश का शासन रहा।

लेकिन इस धरती पर जन्मे कई वीर पुरुष जैसे की महात्मा गांधी , चंद्रशेखर आजाद , भगत सिंह , सुभाष चंद्र बोस , राजगुरु जैसे कई महान क्रांतिकारियों ने इस देश को आजाद करने के लिए अपनी जान तक न्योछावर कर दिए।

अंग्रेजों से इस देश को आजादी दिलाने के लिए कई सत्याग्रह हुए, जिसमें सैकड़ों भारतीयों ने अपनी जान गवाई तब जाकर इस देश को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजादी मिली। अपने आजादी दिवस को हर साल 15 अगस्त को बहुत ही धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत के ऐतिहासिक स्थल

भारत के इतिहास को भारत के ऐतिहासिक स्थल बयां करती है। भारत के हर एक हिस्से में कई प्राचीन इमारतें, प्राचीन स्थल है, जिसमें से कुछ खंडहर भी हो चुके हैं। लेकिन हर एक ऐतिहासिक स्थल भारत के इतिहास को बहुत प्रभावी तरीके से बयां करती है।

भारत के विभिन्न हिस्सै पर कई राजाओं का शासन रहा, जिन्होंने अपने शासनकाल में कई इमारतों का निर्माण करवाया, जो आज भारत के लिए एक खूबसूरत पर्यटन स्थल बन चुका है।

भारत के ऐतिहासिक खूबसूरत पर्यटन स्थलों में ताजमहल , स्वर्ण मंदिर , लाल किला , कुतुब मीनार , फतेहपुर सिकरी, खजुराहो, अजंता और एलोरा की गुफाएं, चारमीनार , बीवी का मकबरा जैसे अनगिनत जगह है।

यह सभी ऐतिहासिक इमारतें अलग-अलग राजाओं के शासनकाल में बनी है, जिसके कारण हर एक इमारत में हमें अलग-अलग वास्तुकला दिखती है।

भारत एक कृषि प्रधान देश

वर्तमान में भारत की अर्थव्यवस्था में भले ही कई स्रोत शामिल हो लेकिन इसका मूल स्रोत कृषि ही है। आज भी भारत एक कृषि प्रधान देश कहलाता है क्योंकि सदियों से भारत के लोग खेती करके ही अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं।

भारत की जीडीपी में भले ही कृषि का 15% योगदान हो लेकिन भारत की आधे से भी ज्यादा जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है और उनके लिए रोजगार का यह एक प्रमुख साधन है। भारत में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग खेती करते हैं।

भारत में विभिन्न तरह की मिट्टी पाई जाती है, जिसके कारण यहां पर सभी तरह के अनाज, फल, फूल उगाए जाते हैं। यहां गेहूं, चावल, बाजरा, ज्वार, मक्का हर किस्म के अनाज और फसल उगाई जाती हैं।

हालांकि भारत के अलग-अलग राज्यों में विशेष प्रकार के अनाज या फसल प्रचुर मात्रा में उगाए जाते हैं जैसे कि भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में चावल की ऊपज सबसे ज्यादा होती है। वहीं पंजाब और उत्तर प्रदेश में गेहूं की ऊपज ज्यादा होती है। असम चाय के लिए प्रसिद्ध है तो केरल मसाले के लिए प्रसिद्ध है।

भारत में मनाया जाने वाला त्यौहार

भारत विभिन्नताओं में एकता वाला देश है। यहां पर विभिन्न धर्म के लोग रहते हैं और इसी कारण यहां पर साल भर तरह-तरह के त्योहार मनाए जाते हैं। यहां पर हर धर्म के लोगों के त्योहार में हर कोई आनंद लेता है।

यहां पर मुसलमान का पवित्र त्योहार ईद भी मनाया जाता है तो हिंदुओं का पवित्र त्योहार दीपावली , रक्षाबंधन , होली भी मनाई जाती है। वहीं ईसाइयों का क्रिसमस तो पंजाबियों का लोहड़ी और पोंगल का त्यौहार भी मनाया जाता है।

हर एक धर्म के त्योहारों की अपनी अपनी खासियत होती है। लेकिन हर एक त्यौहार का उद्देश्य केवल अपनों के साथ मिलकर आनंद और उल्लास के साथ उस पल को जीना है। इसीलिए भारत में त्यौहार चाहे किसी भी धर्म का हो यहां पर हर कोई मिलजुल कर हर त्यौहार मनाता है।

भारत में धार्मिक त्योहारों के अतिरिक्त दो राष्ट्रीय त्योहार मनाए जाते हैं स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस। हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है, जिस दिन देश आजाद हुआ था। वहीं 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस के दिन देश के प्रधानमंत्री भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किला पर ध्वजारोहण करते हैं और गणतंत्र दिवस के दिन कर्तव्य पथ पर आयोजित कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रपति ध्वज फहराते हैं।

भारत की नदियां

चूंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है, इसीलिए भारत की नदियां विशेष महत्व रखती है। भारत में विभिन्न नदिया बहती है। यहां पर नदियों को पवित्र माना जाता है और सदियों से ही नदियों की पूजा लोग करते आ रहे हैं।

यहां पर ज्यादातर पवित्र जगह नदियों के किनारे ही बस से हुए हैं। जैसे अयोध्या सरयू नदी के तट पर, वाराणसी गंगा नदी के तट पर, उज्जैनशिप्रा नदी के किनारे बसा हुआ है।

वैसे तो भारत में सैकड छोटी नदियां बहती है लेकिन यहां पर 200 से भी ज्यादा मुख्य नदियां हैं, जिसमें गंगा नदी को भारत की सबसे लंबी नदी कहा जाता है, जो उत्तराखंड के गोमुख से निकलते हुए भारत के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार और फिर बंगाल से होते हुए अंत में बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है।

गंगा नदी की भी कई सारी सहायक नदियां हैं। भारत के उत्तर में सिंधु, झेलम, रवि, सतलज, चिनाब, व्यास, गंगा, जमुना चंबल, माही, नर्मदा , सोन दामोदर इत्यादि प्रमुख नदियां है। वहीं दक्षिण में गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, ताप्ती प्रमुख नदियां है।

भारत के राज्य और प्रदेश

भारत राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित है। भारत को राज्यों का संघ कहा जाता है। भारत में वर्तमान में कुल 28 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेश है।

साल 2019 में भारत का राज्य जम्मू कश्मीर को राज्य के दर्जा से हटाकर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया और लद्दाख को भी एक नया केंद्र शासित प्रदेश के रूप में घोषित किया गया। उसके साथ ही दादर नगर हवेली और दिव और दमन दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों को भी एक कर दिया गया।

भारत की सबसे बड़ी राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान है। वहीं क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा राज्य गोवा है। जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है।

भारत की भूमि पर जन्मे महान पुरुष

भारत की धरती पर सदियों से कई महान पुरुषों ने जन्म लिया। यह देश ऋषि मुनियों का देश है। इस धरती पर कई महान ऋषि मुनियों ने जन्म लिया जिन्होंने ऋग्वेद, रामायण, महाभारत जैसे कई प्राचीन ग्रंथ की रचना की, जो भारत की असल संस्कृति को बताते हैं।

गौतम बुद्ध , महावीर स्वामी , आदि शंकराचार्य , गुरु गोविंद सिंह, गुरु नानक, रानी लक्ष्मी बाई , रवींद्र नाथ टैगोर , मीराबाई जैसे कई महान पुरुषों ने इस भूमि पर जन्म लिया है और अपने महान कार्यों से देश के इतिहास को गौरवशाली बनाया है।

भारत की संस्कृति, भारत का इतिहास बहुत ही समृद्ध और गौरवशाली है। भारत एक फूल के माला की तरह है, जिसमें विभिन्न रंग के विभिन्न तरह के फूल एक साथ एकिकृत होकर एक दूसरे से बंधे हुए हैं।

ठीक इसी तरह भारत में विभिन्न धर्म, संप्रदाय, विभिन्न भाषा देवी देवताओं की पूजा करने वाले लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। इसीलिए मुझे इस देश की संस्कृति पर नाज है। मुझे गर्व है कि मैं भी भारतीय हूं।

यहां पर मेरा भारत देश निबंध हिंदी (mera desh nibandh in hindi) अलग अलग शब्दों में शेयर किया है। उम्मीद करते हैं यह निबन्ध आपको पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरुर करें। इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं।

एक भारत श्रेष्ठ भारत पर निबंध

भारत की संस्कृति पर निबंध

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Rahul Singh Tanwar

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क्या आप मेरी माटी मेरा देश अभियान पर निबंध (Meri Mati Mera Desh Essay in Hindi) तलाश कर रहे हैं तो आप एकदम सही जगह पर आ गए हैं

‘मेरी माटी मेरा देश’ इस विषय पर आपको यहाँ दो सबसे सरल निबंध बतायें है. जिसे आप भाषण के रूप में उपयोग कर सकते है. तो आइए जानते हैं

1) मेरी माटी मेरा देश पर निबंध 300 शब्दों में

Meri Mati Mera Desh

“मेरी माटी मेरा देश” अभियान एक ऐसा अभियान हैं जिसका उद्देश्य उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना हैं, जिन्होंने अपने देश के लिए अपना पूरा जीवन बलिदान कर दिया

यह अभियान एक राष्ट्रव्यापी अभियान हैं. इस अभियान की घोषणा भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 30 जुलाई को अपने ‘मन की बात’ एपिसोड में की थी. “मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन” इस अभियान का नारा है

यह अभियान ‘ अमृत महोत्सव ‘ का अंतिम भाग हैं. इस अभियान में जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिए ब्लाक, शहर, गाँव और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये थे

इस अभियान के तहत देश के अलग-अलग हिस्सो से मिट्टी और पौधो को 7500 कलशो में इकट्ठा कर देश की राजधानी दिल्ली में लाया जाएगा और इस मिट्टी का उपयोग दिल्ली में कर्तव्य पथ के निकट ‘अमृत वाटिका’ नामक उद्यान बनाने में किया जाएगा

यह अभियान 9 अगस्त 2023 से 15 अगस्त 2023 तक चलाया गया. यह ‘अमृत वाटिका’ नामक उद्यान भारत देश की ताकत का प्रतीक होगी. इस अभियान के अंतर्गत होने वाले कार्यक्रमों के दौरान ‘पंच प्राणो’ को पूरा करने की कोशिश की जाएगी

इस अभियान में ‘वसुधा बंधन’ कार्यक्रम भी आयोजित हुए थे. इन कार्यक्रम की ज़िम्मेदारी राज्यो में ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग को सौंपी गई. इस वर्ष 2023 में हमने भारत का 77वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया

‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के तहत विद्यालयो व शिक्षण संस्थानो में वृक्षारोपण, लेखन, चित्रकला और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये थे. जिससे विद्यार्थियों में अपने देश के प्रति देशभक्ति और मातृभूमि के लिए प्रेम भावना का विकास हो

मेरी माटी मेरा देश यह भारत का एक राष्ट्रीय अभियान है. यह अभियान देश के सभी नागरिकों में देशभक्ति और अपनी मातृभूमि के प्रति अटूट प्रेम की भावना को प्रेरित करता है. इस प्रकारा ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान एक तरह से हमारे देश के विकास और समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं

Read More :-

  • मेरी माटी मेरा देश पर भाषण
  • खादी महोत्सव पर निबंध
  • स्वतंत्रता दिवस पर कविताएं

2) मेरी माटी मेरा देश अभियान पर निबंध 500 शब्दों में

मेरी माटी मेरा देश अभियान पर निबंध

“वीर शहीदों का सम्मान करें हम निज माटी निज देश पर अभिमान करें हम”

15 अगस्त हमारे भारत देश का स्वतंत्रता दिवस है. 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजादी मिली थी. देश की आजादी के लिए लाखो स्वतंत्रता सेनानी शहीद हुए थे. उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री. नरेंद्र मोदी जी ने ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान का आयोजन किया है

मेरी माटी मेरा देश अभियान का उद्देश्य

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य हमारे देश के सभी वीर शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों और सभी गुमनाम वीरों-वीरांगनो को श्रद्धांजलि देना है. इस अभियान का नारा “मिट्टी को नमन, वीरों को वंदन” है

मेरी माटी मेरा देश अभियान का महत्व

यह अभियान सभी भारतवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. यह अभियान आजादी के अमृत महोत्सव के बाद और स्वतंत्रता दिवस के लिए आयोजित किया गया. पूरे भारत देश में यह अभियान 9 अगस्त से लेकर 30 अगस्त तक चलाया गया. यह अभियान हमारे मन में स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान जगाएगा, सभी नागरिकों के मन में राष्ट्रप्रेम जागृत करेगा

अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम

मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी हमारे देश में मनाई गई. हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत की जिस मिट्टी के लिए जान दी है, वह मिट्टी इस अभियान के अंतर्गत भारत के अलग-अलग हिस्सों से लाई गई है

भारत के कोने-कोने से 7500 कलशों से मिट्टी लाकर कलश यात्रा निकाली गई. इस मिट्टी का इस्तेमाल दिल्ली के कर्तव्य पथ पर बनी हुई अमृत वाटिका को विकसित करने के लिए किया गया है. हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की याद में कुछ वृक्ष भी लगाये गये है, जिन्हें देश की मिट्टी से पोषित किया जाता रहेगा

अभियान के पंचप्राण

  • गुलामी के सभी निशान को मिटा देंगे
  • विकसित भारत के बड़े संकल्प के साथ बढ़े
  • भारत की विरासत पर गर्व करें
  • एकता की ताकत
  • प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित नागरिकों के कर्तव्य

इस प्रकार ‘ मेरी माटी मेरा देश ‘ अभियान एक तरह से हमारे देश के विकास और समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं. इस प्रकार मेरी माटी मेरा देश अभियान एक तरह से हमारे देश के विकास और स्मृति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है

हमारे देश की माटी हमारी पहचान है इसीलिए हम सभी देशवासियों को हमेशा अपने देश की प्रगति के लिए पूर्ण रूप से समर्पित रहना चाहिए

  • 15 अगस्त पर हिंदी भाषण
  • स्वतंत्रता दिवस पर शायरी

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  • Hindi Grammar /

Mera Desh Essay In Hindi : परीक्षा में ऐसे लिखें मेरा देश पर निबंध

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  • Updated on  
  • दिसम्बर 7, 2023

Mera Desh Essay In Hindi

छात्रों को अपने देश के बारे में जानकारी होना जरूरी है। अपने देश को समझने से आपको इसके इतिहास, संस्कृति और समसामयिक मामलों से जुड़ने में मदद मिलती है। अपने देश की संस्कृति, परंपराओं और विरासत के बारे में जानने से आपको यह समझने में मदद मिलती है कि आप कौन हैं और कहां से आए हैं। अपने देश के इतिहास के बारे में सीखने से इसके विकास, संघर्ष और उपलब्धियों के बारे में जानकारी मिलती है। इसलिए कई बार विद्यार्थियों को मेरा देश के ऊपर निबंध लिखने को दिया जाता है। यहां Mera Desh Essay In Hindi दिया गया है यदि आप भी इस बारे में जानना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

This Blog Includes:

मेरा देश पर निबंध सैंपल 1, मेरा देश पर निबंध सैंपल 2, एकता में अनेकता – मेरा देश पर निबंध, हमारे देश की प्रसिद्ध बातें , उपसंहार , मेरा देश निबंध पर 10 लाइन्स.

भारत एक अद्भुत देश है जो अपनी विशेष संस्कृतियों और परंपराओं के लिए विश्व स्तर पर जाना जाता है। यह ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है और यहां के लोग दयाभाव और समझदारी से रहते हैं। 1947 से पहले यहां अंग्रेजों का शासन था।

लेकिन भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों की कई वर्षों की कड़ी मेहनत और बलिदान के बाद, भारत को 1947 में स्वतंत्रता मिली। भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारतीय ध्वज उठाया और कहा, “जब दुनिया सोएगी, भारत जीवन और स्वतंत्रता के लिए जागेगा।”

भारत एक लोकतांत्रिक देश है, यानी यहां के लोग देश की बेहतरी के लिए फैसले लेते हैं। भारत को “अनेकता में एकता” वाला देश कहा जाता है क्योंकि विभिन्न धर्मों, जातियों, संस्कृतियों और परंपराओं के लोग एक साथ सद्भाव में रहते हैं। कई भारतीय स्थलों को विश्व धरोहर स्थलों के रूप में मान्यता प्राप्त है।

भारत मेरी मातृभूमि है और मुझे इससे बहुत प्यार है। भारत में लोग बहुत ईमानदार और सच्चे हैं। हमारी परंपराएं और संस्कृति अनूठी है। हर कोई बिना किसी समस्या के एक साथ रहता है। हिंदी हमारी मुख्य भाषा है, लेकिन विभिन्न धर्मों के लोग विभिन्न भाषाएँ बोलते हैं।

भारत प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और यहां कई महान लोगों ने जन्म लिया है, जिन्होंने अद्भुत कार्य किए हैं। भारतीय दूसरे देशों से आए मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत और अभिनंदन करते हैं।

हमारी जीवन पद्धति, जिसे सनातन धर्म कहा जाता है, हमारी विविधता के बावजूद हमारी एकता को बनाए रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। भारत एक गणतंत्र है, जिसका अर्थ है कि इसके नागरिकों के पास देश के लिए निर्णय लेने की शक्ति है।

यहां बहुत सारे खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य, स्थान, प्राचीन स्मारक और ऐतिहासिक खजाने हैं जो दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करते हैं। भारत आध्यात्मिक प्रथाओं, योग, मार्शल आर्ट के लिए जाना जाता है और कई तीर्थयात्री और भक्त हमारे प्रसिद्ध स्थानों, मंदिरों और विश्व धरोहर स्थलों को देखने के लिए आते हैं।

मेरा देश पर निबंध सैंपल 3

Mera Desh Essay In Hindi निबंध सैंपल 3 नीचे दिया गया है-

भारत, हमारा राष्ट्र, ‘अनेकता में एकता’ का एक महान उदाहरण है। विभिन्न पृष्ठभूमियों और मान्यताओं वाले लोग यहां शांतिपूर्वक रहते हैं।  इसके अतिरिक्त हमारा देश अनेक भाषाओं के लिए प्रसिद्ध है। वास्तव में, जब आप भारत भूमि पर यात्रा करेंगे तो हर 100 किलोमीटर पर आपको एक नई भाषा के बारे में जानने को मिलेगा। हमारे देश के बारे में इस निबंध में, हम आपको यह समझने के लिए मदद करेंगे कि भारत क्या है।

भारत एक विशेष स्थान है जहाँ आपको विभिन्न भाषाएँ बोलने वाले, विभिन्न खाद्य पदार्थों का आनंद लेने वाले और विविध कपड़े पहनने वाले सभी प्रकार के लोग मिलेंगे। आश्चर्य की बात यह है कि इतने सारे मतभेदों के बावजूद भी सभी लोग शांतिपूर्वक एक साथ रहते हैं।

हमारा देश, भारत, दक्षिण एशिया में स्थित है और काफी बड़ा है, लगभग 1.4 अरब लोगों का घर है।  यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भी है और इसकी सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है, जो इसे वास्तव में समृद्ध बनाती है।

भारत में उपजाऊ मिट्टी है, जो इसे विश्व स्तर पर गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक बनाती है।  हमारे पास साहित्य और विज्ञान के क्षेत्र में कुछ प्रसिद्ध लोग हैं, जैसे रवीन्द्रनाथ टैगोर, सीवी रमन और डॉ. अब्दुल कलाम।

भारत में हजारों गाँव हैं और हमारे खेतों को गंगा, कावेरी, यमुना, नर्मदा और अन्य बड़ी नदियों द्वारा पोषित किया जाता है।  साथ ही, हमारे तट गहरे महासागरों द्वारा सुरक्षित हैं, और शक्तिशाली हिमालय अद्भुत प्राकृतिक पर्वत के रूप में खड़ा है।

भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है, जिसका अर्थ है कि यह सभी धर्मों का स्वागत करता है, और वे खुशी-खुशी से रहते हैं। यह एक अनोखा देश है जिसमें बहुत सारी विविधताएं हैं, और फिर भी, हर कोई एक साथ सद्भाव से रहता है।

हमारे देश की संस्कृति अत्यंत समृद्ध है और दुनिया भर में जानी जाती है। भले ही हम अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं और अलग-अलग देवताओं की पूजा करते हैं, लेकिन यह हमें अलग नहीं बनाता है। हम सभी लोगों की एक ही भावना है।

यह भारतीय भावना हर जगह महसूस की जाती है।  भारत कई पर्यटन स्थलों जैसे ताज महल, पुराने किले, गेटवे ऑफ इंडिया, हवा महल, प्रसिद्ध मंदिरों और अन्य के लिए भी प्रसिद्ध है। ये जगहें दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करती हैं।

उदाहरण के लिए कश्मीर को लीजिए, जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है। शक्तिशाली नदियों और भव्य घाटियों के साथ इसकी प्राकृतिक सुंदरता वास्तव में इसे स्वर्ग जैसा महसूस कराती है।

मेरी इच्छा है की हम अपनी अद्भुत भोजन संस्कृति को न भूलें। भारत में इतने प्रकार के व्यंजन हैं कि आप उन सभी को एक बार में नहीं चख सकते। हमारी खाद्य संस्कृति की समृद्धि सर्वोत्तम और आनंददायक है।

संक्षेप में, हमारे देश में एक ऐसी संस्कृति है जो वास्तव में लंबे समय से, लगभग एक हज़ारों वर्षों से चली आ रही है।  हमने दुनिया को योग और आयुर्वेद जैसी अद्भुत चीजें भी दी हैं। इसके अलावा, भारत ने विज्ञान, संगीत, गणित, दर्शन और कई अन्य क्षेत्रों में बड़ी भूमिका निभाई है। यह दुनिया भर की लगभग हर चीज़ में एक महत्वपूर्ण देश है। भारत के प्रधान मंत्री भी कहते हैं की विश्व को शांति और प्रेम का रास्ता दिखाने वाला एक मात्र देश भारत है। 

Mera Desh Essay In Hindi पर 10 लाइन्स नीचे दी गई हैं-

  • हमारा देश, भारत, एक देखभाल करने वाली माँ की तरह है जो हमें हमारी ज़रूरत की हर चीज़ मुहैया कराती है।
  • भारत अनेक प्रकार की भिन्नताओं से भरा एक विशाल देश है।
  • हमारा देश सभी धर्मों के लिए खुला है, इसलिए यह एक ऐसा स्थान है जहां विभिन्न मान्यताओं के लोग एक साथ रहते हैं।
  • भारत में कई हर्षोल्लास वाले त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे होली, दिवाली, ईद और भी बहुत कुछ।
  • भारत में कई प्रसिद्ध स्थान हैं जैसे ताज महल, गोलकुंड, हवा महल और अन्य।
  • भारत में, लोग हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, मराठी और कई अन्य भाषाएँ बोलते हैं।
  • हमारा देश अपने धर्मों, संस्कृतियों, इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
  • भारत असंख्य झीलों, नदियों और पहाड़ों का घर है, जो इसे असाधारण रूप से सुंदर बनाते हैं।
  • हमारे देश में कई महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों का जन्म हुआ।
  • भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के लिए पहचाना जाता है।

हमारा देश विशेष और विशिष्ट है क्योंकि इसने दुनिया को संख्या शून्य, शतरंज और पाई के मूल्य जैसे कई महत्वपूर्ण आविष्कार दिए हैं। हमारा देश लगभग 90,000 पशु प्रजातियों और लगभग 50,000 प्रकार के पौधों का घर हैं।

अपने देश को बेहतर बनाने के लिए, हमें पर्यावरण पर अपने प्रभाव को कम करने के लिए संसाधनों को साझा करना चाहिए।  इसके अतिरिक्त, शिक्षा को बढ़ावा देश होगा और महिलाओं को सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है। लोगों के मिलकर काम करने से हमारे देश में सभी के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित होगा।

भारत के बारे में एक निबंध लिखने के लिए, इसकी सदियों पुरानी संस्कृति, विरासत और उपलब्धियों का वर्णन करें।

   आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में Mera Desh Essay In Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के अन्य कोर्स और सिलेबस से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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मेरा देश पर निबंध (Mera Desh Essay In Hindi)

मेरा देश पर निबंध (Mera Desh Essay In Hindi Language)

आज के इस लेख में हम मेरा देश पर निबंध (Essay On Mera Desh In Hindi) लिखेंगे। मेरा देश पर लिखा यह निबंध बच्चो और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

मेरा देश पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Mera Desh In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे, जिन्हे आप पढ़ सकते है।

Table of Contents

विश्व भर में मेरा देश भारत महान की उपाधि हासिल किए हुए हैं। हर तरीके से भारत का नाम चारों दिशाओं में रोशन है। भारत में बने पर्यटक स्थल और ऐतिहासिक दुर्गा भारत की एक अलग पहचान बनाते हैं।

मेरा देश इतिहास की वजह से बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। इतिहास के समय भारतीय परंपरा विश्व भर में विख्यात थी। आज भी भारत का नाम विश्व के बेहतरीन देशों में लिया जाता है। मेरा भारत जहां ऊंचा खड़ा हिमालय आसमान को छूता है।

तो दूसरी तरफ विचरण तले गंगा यमुना जैसी नदियां बह रही है। मेरे देश की यह भूमि मेरे लिए पुण्य भूमि, स्वर्ण भूमि,  जन्म भूमि,  मातृभूमि, कर्मभूमि है। और आज मेरे देश के बारे में बताते हुए मुझे गर्व महसूस हो रहा है।

विश्व भर में विख्यात मेरा देश दुनिया का चमकता हुआ सूरज है। मेरा देश अपनी संस्कृति और सभ्यता के दम पर विश्व भर में लोकप्रिय हुआ है। मेरे देश को पुराने समय में सोने की चिड़िया कहा जाता था।

भारत सबसे प्राचीन सभ्यताओं वाला देश है और इन्हीं प्राचीन सभ्यताओं के कारण भारत सोने की चिड़िया कहलाता था। साथ ही विश्व भर में लोकप्रिय देश था।

शिक्षा के क्षेत्र में भी मेरा देश कई हदो तक सबसे आगे हैं। मेरे देश में विज्ञान, गणित, धर्म, दर्शन, साहित्य, मानवतावादी संस्कृति और चिकित्सा का शंखनाद सबसे पहले हुआ था। वर्तमान समय में मेरे देश का नाम भारत और अंग्रेजी में इंडिया है। आज भी मेरा देश ज्ञान, विज्ञान, तकनीकी सूचना, संचार और नए अविष्कार में सबसे आगे है।

मेरे देश की भौगोलिक सरचना

संसार के मानचित्र में मेरा देश उत्तरी गोलार्ध में स्थित है। मेरा देश उत्तरी गोलार्ध में एक विशाल देश है। जो 84 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 68.7 डिग्री पूर्वी देशांतर से 97.25 डिग्री पूर्वी देशांतर के बीच फैला हुआ है।

उत्तर से दक्षिण की लंबाई मेरे देश की 3214 किलोमीटर है और मेरे देश की पूर्व से पश्चिम की लंबाई की बात की जाए, तो यहां लंबाई 2933 किलोमीटर है।

मेरा देश क्षेत्रफल की दृष्टि से संसार का सातवा बड़ा देश है। जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा देश है। मेरे देश का क्षेत्रफल 3287263 वर्ग किलोमीटर है। इतना विशाल क्षेत्र पर जो दूसरे देशों की तुलना में कई गुना बड़ा है। उदाहरण के तौर पर बात की जाए, तो मेरा देश यूरोप से 7 गुना बड़ा है व ब्रिटेन से 13 गुना बड़ा है।

भारत का उत्तरी राज्य जिसे कश्मीर के नाम से जानते हैं। यहां पर हिमालय की बर्फीली चोटियां चांदी के समान चमकती है और मेरे देश का मुकुट बनाती है। मेरे देश का दक्षिण क्षेत्र उष्णकटिबंधीय सघन वनों से घिरा हुआ है। दक्षिण में मेरा देश तीन तरफ से समुद्र से गिरा हुआ देश है।

जिसकी एक तरफ बंगाल की खाड़ी, दूसरी तरफ अरब सागर और बीच में हिंद महासागर है। भारत देश की सीमाएं प्राकृतिक और मानव निर्मित है। जैसा कि भारत और चीन की सीमा प्राकृतिक सीमा है। यह दोनों देश हिमालय से आपस में विभाजित होते हैं।

मेरे देश के कई पड़ोसी देश है। जिनकी सीमाएं लगी हुई है। इनमें अफगानिस्तान, पाकिस्तान, चीन, म्यानमार, भूटान और बांग्लादेश शामिल है। कैलाश पर्वत तथा मानसरोवर जैसे बड़े तीर्थ स्थल तिब्बत में स्थित है। मतलब यह है, कि राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो यह तीन का हिस्सा है। लेकिन भारत के साथ उनके सांस्कृतिक संबंध हैं।

प्रकृति द्वारा भारत को चार अलग-अलग हिस्सों में विभाजित किया गया है।

  •  उत्तर का पर्वतीय व पठारी क्षेत्र
  •  उत्तर का मैदान
  •  प्रायद्वीपीय पठारी भाग
  •  समुद्र तटीय मैदान

हमारे देश में कई प्रकार की अलग-अलग मीडिया वाले हर तरह के क्षेत्र में पाए जाते है और चीनी मिट्टी के आधार पर अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग फर्स्ट फ्लोर और पेड़-पौधों का होना संभव हो पाया है। मतलब यह है, कि प्राकृतिक विविधता में भारत अपना महत्वपूर्ण योगदान रखता है।

भारत में कई प्रकार की मिट्टियां है, जैसे जलोढ और काली, लाल मिट्टी, बलुआ मिट्टी इत्यादि मिट्टिया मुख्य रूप से पाई जाती है। मेरे देश में सामान्यतः मानसूनी जलवायु उपलब्ध है। इस बीच में मुख्य तौर पर 3 मौसम है। परंतु यहां चार ऋतु है जो मिलकर इन तीन मौसम का निर्माण करती है

  •  शीत ऋतु (15 दिसम्बर से 15 मार्च)
  •  ग्रीष्म ऋतु (15 मार्च से 16 जून)
  •  वर्षा (16 जून से 15 सितम्बर)
  •  शरद (16 सितम्बर से 15 दिसम्बर)

विश्व के स्तर पर भारत

मेरा देश भारत जो विश्व का सातवां क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा देश है और जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा बड़ा देश है। मेरा देश भारत विश्व का प्रजातांत्रिक देश है हमारा देश धर्मनिरपेक्ष देश है। मेरा देश तीसरा विश्व का अजूवा राष्ट्र है जिसका अपना कोई राजधर्म नहीं है।

मेरे देश में भाषाएं अलग अलग क्षेत्र में अलग-अलग बोली जाती है। देश में करीब 56 भाषाएं बोली जाती है। जिनमें से 26 भाषाओं को मान्यता मिली हुई है। मेरा देश बहू संस्कृति वाला देश है और विश्व की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति का विकास मेरे देश से ही हुआ है।

भारत देश में चित्रकला, मूर्तिकला और अस्तित्व सविता पुराने जमाने से शुरू हो चुकी है और इन्हीं पुरानी कलाओं के नाम पर विश्व में भारत की छाप आज भी बनी हुई है। भारत में कई अलग अलग  शैलियां जैसे पाल शैली, गुजरात शैली, जयंत शैली, कांगड़ा शैली, राजपूत कालीन शैली, पहाड़ी शैली, चित्रकला शैली, मधुबनी शैली, पटना शैली, गढ़वाल शैली इत्यादि है।

भारत में कई प्रकार के लोकप्रिय मंदिर जैसे सूर्य कोणार्क मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, जैन मंदिर जो आज के समय में बहुत ही प्रसिद्ध है। इसके अलावा कई ऐसे पर्यटक स्थल है जो मुगलकालीन में स्थापित किए गए थे। जैसे ताज महल, लाल किला, कुतुब मीनार, बुलंद दरवाजा, गोल गुबंद इत्यादि विश्व भर में विख्यात है।

भारत की हड़प्पा संस्कृति जहां से कई प्रकार की प्राचीन मूर्तियां प्राप्त हुई है, जो काफी लोकप्रिय है। इसके अलावा भारत में अनेक धर्मों के लोग निवास करते हैं। जैसे हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख, मुस्लिम इत्यादि।

भारत का साहित्य संगीत और नृत्य और कला की परंपरा

भारत देश विश्व भर में गौरवशाली और समृद्ध सांस्कृतिक देश माना जाता है। यहां पर विरासत में कई प्रकार के वेद उपनिषद महाभारत गीता, रामायण की रचनाएं हुई है। हमारे देश में कई महान कवि थे, जैसे कालिदास, जयदेव, तुलसीदास, सूरदास जिन्होंने अपने जीवन में कई रचनाएं की है।

इन कवियों द्वारा अलग-अलग भाषाओं में विशिष्ट व मौलिक रचनाएं रची गयी है। मेरे देश में खगोल गणित और आयुर्वेद संबंधित अन्य कई प्रकार की रचनाएं भी हुई है। वैज्ञानिक व गणितीय दृष्टि से आर्यभट्ट वैज्ञानिक ने कई प्रकार की महत्वपूर्ण इकाइयां जैसे पाई, साइन, कोसाइन की खोज की है, तो शून्य तथा दशमलव पद्धति का अविष्कार भी किया हैं।

भारत के संस्कृति में संगीत का वर्गीकरण राष्ट्र और ताल काफी लोकप्रिय है। जिसे स्वर्ग संगीत और विभाग संगीत में अलग-अलग रूप से बांटा गया है। हिंदुस्तानी संगीत और कर्नाटक संगीत यह दोनों पद्धतियां भारतवर्ष में प्रचलित है। भारत में संगीत को सात स्वर के आधार पर 8 प्रहरो में बांटा गया है।

भारत में कई प्रकार के लोक नृत्य जैसे गरबा, भांगड़ा, बड़वानी, घूमर, सुख इत्यादि बहुत ही लोकप्रिय और प्रसिद्ध है। भारतीय नृत्य कला विश्व भर की सबसे विख्यात कला है। यहां पर नृत्य को मुद्रा, रूप, सौंदर्य, भाव, ताल और राय के साथ किया जाता है।

इसमें अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नृत्य परंपरा और शैलियां प्रसिद्ध है। भारत के दक्षिण में भरतनाट्यम शैली, कुचिपुड़ी शैली, कथकली शैली प्रसिद्ध हैं। भारत में ओडिसी नृत्य शैलियां भी प्रसिद्ध हैं। तो उत्तर में कत्थक शैली काफी लोकप्रिय है और पूर्व में मणिपुरी शैली काफी लोकप्रिय है।

भारत का प्रशासनिक रूप

वर्तमान समय की बात की जाए, तो भारत कई राज्यों का एक सघ है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। मेरे देश में गणराज्य रूप से 28 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश है। इन सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में संसदीय प्रणाली के अनुसार सरकार चल रही है।

भारतीय संविधान में कई प्रकार के मौलिक अधिकार दिए गए हैं। जिनमें से कुछ मौलिक अधिकार नीचे निम्नलिखित रुप से दिए गए हैं।

  •  समानता का अधिकार
  •  सामाजिक आर्थिक समानता तथा स्वतन्त्रता शोषण के विरुद्ध अधिकार
  •  उतेक्षण लेख
  •  अधिकार पृच्छा लेख

भारतीय संविधान द्वारा दिया गया यह मौलिक अधिकार जनता के हित में है और जनता द्वारा अपनी आवाज को उठाने और स्वतंत्र रूप से हर प्रकार के कार्य करने की छूट इन मौलिक अधिकार के अंतर्गत दी गई है।

संविधान में मौलिक कर्तव्यों के रूप में संविधान का पालन करना, राष्ट्रीय ध्वज और हमारे राष्ट्रीय गान का सम्मान करना है। इसके साथ ही देश की अखंडता और एकता की रक्षा करना मुख्य रूप से है।

भारतीय संसद राष्ट्रपति और दोनों सदनों को जोडनेपर बनती है। भारतीय संविधान में केंद्र और राज्यों के बीच अलग-अलग हिसाब से शक्ति का बंटवारा किया गया है। ताकि केंद्र में अलग पार्टी की सरकार होने और राज्य में अलग पार्टी की सरकार होने के बावजूद भी देश और राज्य का विकास निरंतर चलता है।

भारत में कुल 9 केंद्र शासित प्रदेश है जहां पर राष्ट्रपति का शासन चलता है।

मेरा देश भारत महान है, मेरा देश भारत जिसकी पहचान महान संस्कृति और सभ्यता के कारण है। धर्मनिरपेक्षता के आधार पर मेरा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है।

मेरा देश हर क्षेत्र में लगातार ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। चाहे वह अंतरिक्ष विज्ञान क्षेत्र हो, शिक्षा का क्षेत्र हो, तकनीकी क्षेत्र हो या कोई अन्य क्षेत्र हो। यहाँ हर क्षेत्र में देश के विद्यार्थी और व्यक्ति ऊंचाइयां छू रहे हैं और मुझे अपने देश पर गर्व है।

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मेरा भारत देश पर निबंध (Mera Bharat Desh Essay In Hindi)

मेरे देश का नाम भारत हैं, यह एक लोकतांत्रिक देश हैं। यहाँ सभी जाति धर्म को समान अधिकार हैं और इसी लिए हमे मेरे देश भारत पर गर्व है। मेरे देश का राष्ट्रीय चिंन्ह तिरंगा है जिसमे तीन रंग होते हैं, केसरिया रंग, सफेद रंग और हरा रंग होता है।

सभी रंगों का कुछ विशेष गुण हैं, मेरे देश के तिरंगे में केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है और सफेद रंग पवित्रता, सच्चाई और शांति का प्रतीक है और हरा रंग सम्पन्नता और प्रगति का प्रतीक हैं।

तिरंगा हमारे देश की शान हैं, जिसके लिए हमारे देश के कितने वीर जवान अपनी जान निर्चावर कर गए और हम सभी उनका सम्मान करते है। हमारे देश में सभी जाती धर्म के लोग स्वतंत्र रहते हैं, सभी को अपना अपना त्योहार मनाने का पुरा हक दिया जाता हैं और सभी के त्योहार में हमे स्कूल कॉलेज से छुट्टियाँ दी जाती है।

हम सभी अपने देश मे भाई – भाई के तरह रहते हैं, इसे हमारे देश के शक्ति का प्रतीक भी कहा जाता हैं। मेरे देश मे जंगल का राजा शेर को राष्ट्रिय पशु कहाँ जाता है और जंगल की सबसे सुंदर पक्षी मोर को राष्ट्रिय पक्षी कहाँ जाता हैं।

मेरे देश भारत के पच्छिम में अरब सागर और पाकिस्तान देश है और पूरब में बंगाल की खाड़ी और बँगला देश है। उत्तर में हिमालय पर्वत और नेपाल, चीन और भूटान देश है। तथा दक्षिण में हिन्द महासागर और श्रीलंका हैं ।

मेरा देश कृषि प्रधान देश हैं हमे कभी भी अन्न की कमी नही होती है। हमारे देश मे बहुत ज्यादा किसान है और वो अनाज, फल और सब्जियों का हमारे लिए उपज करते हैं। हमारे देश का अनाज, फल और सब्जीया दुनिया के कई देशों में भी जाता है, जिससे उनका पेट भरता है।

मेरे देश के किसान ने दुनिया में अपना नाम रौशन किया है। यहाँ खेती करने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता हैं। मेरे देश की सिमा अनेक देशो से लगी हुइ है, जो हमारे देश के विभिन्न हिस्सो से होकर गुजरती है।

भारत की नेपाल के साथ 1751 किलोमीटर तक सिमा है, जो बिहार, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम से हो कर गुजरती हैं। भारत की भूतान के साथ 699 किलोमीटर तक सिमा है, जो पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश ओर सिक्किम से होकर गुजरती है।

मेरे देश की सिमा अफगिस्तान के साथ 106 किलोमीटर तक है, जो जम्मू कश्मीर से हो कर गुजरती हैं। भारत और बंगला देश के साथ 4096 किलोमीटर तक सिमा है, जो मेघालय, पश्चिम बंगाल,असम, त्रिपुरा और मिजोरम से होते हुए गुजरती हैं।

भारत और चीन के साथ 4057 किलोमीटर तक सिमा है, जो जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से हो कर गुजरती है। भारत और पाकिस्तान के बीच 2912 किलोमीटर की सीमा हैं, जो गुजरात, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और पंजाब से हो कर गुजरती हैं।

मेरे देश की सभी सिमा पे हमारे देश के सैनिक सिमा की सुरक्षा के लिए हमेशा तैनात रहते है, जो भारत माँ की रक्षा करते है और हम सभी अपने देश मे शांति से और बेफिक्र हो कर रहते है।

मेरे देश के सभी निवासी संस्कृति का बहुत आदर करते हैं। हमारे यहाँ औरतो की साड़ी पहनने की सभय्ता है जो औरत को और सुन्दर बनाती है। हमारे देश की औरत सदी पहनकर सुंदर भी लगती है। हमारे देश की शक्ति ओर परम्पराओ को देखने कई विदेशी नागरिक भी आते हैं।

हमारे देश मे 15 अगस्त और 26 जानवरी को रास्ट्रीय त्योहार मनाया जाता है। मेरा देश अंग्रेजो की गुलामी में था और अंग्रेज भारत पे राज करते थे, लेकिन हमारे देश के वीर जवान और ईमानदार नेताओ ने मिल कर 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजो को मार भगाया था और अपने देश को आजादी दिलायी थी।

इसीलिए 15 अगस्त को स्वंतत्रता दिवस के रूप में मनाते है और 26 जनवरी 1950 को भारत मे संबिधान लागू हुआ था। इससे पहले अंग्रेजो द्वार लगाये गये नियमो का पालन किया जाता था। वह नियम जनता के हित मे नही थे, इसी लिए कहा जाता है 26 जनवरी को हमे पूर्णतः आजादी मिली थी और इस दिन को गणतंत्र दिबस के रूप में मनाया जाता हैं।

मेरे देश मे घूमने के लिए बहुत सारे ऐतिहासिक स्थल भी है, जैसे लाल किला ओर ताज महल। कहाँ जाता है कि ताज महल शाहजहा ने अपनी बेगम मुमताज के लिए बनवाया था। यह आगरा में है और इसे देखने के लिए देश -विदेश के अलग अलग जगहों से बहुत सारे नागरिक आते है। यह दुनिया के ७ अजूबो में से एक है और इसे प्यार का भी प्रतीक भी कहा जाता है ।

हमारे भारत देश को सोने की चिड़ियाँ कहा जाता था और इसी लिए अंग्रेजो ने हमे गुलाम बनाया था और मेरे देश का विकास होने में बाधा डाली थी। उससे हमारा देश बहुत ही पिछड़ा देश हो गया था।

लेकिन आज फिर से भारत देश को एक विकाशिल देश माना जाता है। हमारे देश में सभी चीजों की सुविधा है और हम इसे और आगे बढ़ाएंगे। हमारे देश मे युवाओ की संख्या ज्यादा है और सभी अपने देश के विकास में जुड़े हुए है। इससे हमारा देश हर दिन एक नई ऊँचाई पर आगे बढ़ता जा रहा है और हमे इससे खुशी होती है।

हमे अपने देश के विकास में दिल से सहयोग करना चाहिए। मेरा देश आगे बढ़ रहा है लेकिन हम सब मिलकर इसे दुनियाँ का सबसे ज्यादा विकसित देश बनाएंगे। भारत देश को सोने की चिड़िया कहा जाता था, हम सब फिर इसे सोने की चिड़ियाँ बनाएंगे। मेरे देश महान था ओर महान रहेगा हम इसे कभी झुकने नही देंगे।

तो यह था मेरा देश पर निबंध, आशा करता हूं कि मेरा देश पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Mera Desh) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है, तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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मेरी माँ पर निबंध (Meri Maa Essay In Hindi) – आज जब मैं बड़ी हो गई हूं तो लगता है कि शायद मैं बहुत सी चीजों को आज पीछे छोड़ आई हूं। जब हम बच्चे थे तो हमें बचपन के वह प्यारे दिन बड़े ही उबाऊ और लंबे लगते थे। हम सोचते थे कि कब हम बड़े होंगे। हमें अपने मम्मी और पापा की नकल करने में आनंद की अनुभूति प्राप्त होती थी। बचपन के उन प्यारे दिनों को अब कुदरत भी नहीं लौटा सकती। बड़ी होने के बाद जिस शख्स को मैं सबसे ज्यादा याद करती हूं वह है मेरी माँ । एक माँ (mother) से बड़ा इंसान इस दुनिया में कोई होता ही नहीं है। आइये नीचे meri maa par nibandh पढ़ें।

ओ माँ माँ माँ

मेरी दुनिया है माँ तेरे आँचल में

शीतल छाया दो दुःख के जंगल में

इस गाने के बोल को सुनते ही मैं पुराने दिनों में डूब जाती हूं। वह पुराने दिन कितने अलग हुआ करते थे। ना किसी बात की कोई फ्रिक थी ना ही चिंता। माँ सारा काम खुद संभाल लेती थी। मैं यही सोचती थी कि एक औरत ही पूरे घर की जिम्मेदारियों को कैसे अपने कंधे पर उठा लेती थी। सच में माँ जैसा कोई और दूसरा हो ही नहीं सकता। माँ भगवान का ऐसा अनमोल तोहफा है जो हर किसी को नसीब हो जाए यह जरूरी नहीं। माँ के बिना हम जीवन की कल्पना तक नहीं कर सकते हैं। तो आज का हमारा विषय मां (mother) पर आधारित है। आज हम इस निबंध के जरिए पढ़ेंगे माँ पर निबंध (essay about my mother in hindi) हिंदी में।

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मेरी माँ पर निबंध My Mother Essay In Hindi

इस धरती पर मनुष्य के रूप में नर और नारी दोनों ने ही जन्म लिया। परंतु फिर भी एक नारी को ही सम्मान ज्यादा क्यों मिला? क्या आपने कभी इस बात पर गहराई से सोचा है। दरअसल इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि नारी को ही जगत जननी का स्थान मिला हुआ है। आज एक नारी की वजह से ही हम सब को दुनिया में आने का मौका मिला है। नारी अपने जीवन में अनेकों पद ग्रहण करती है। पर जो पद वह मां बनकर प्राप्त करती है वह पद बेहद सम्मानजनक होता है। माँ को भगवान के रूप में पूजा जाता है। माँ हमें कभी भी तकलीफ में नहीं देख सकती है। जिसके पास माँ होती है वह बहुत भाग्यशाली होता है।

माँ हमें हर तरह की मुश्किलों से उबार लेती है। माँ हमें जीने की नई राह सीखाती है। माँ होती है तब हमें किसी बात की कोई चिंता नहीं रहती है। एक बच्चे के लिए माँ से बढ़कर और कोई प्रिय नहीं होता है। माँ ही अपने बच्चे को 9 महीन तक पेट में रखती है और फिर बच्चे को जन्म देने के बाद भी बिना कोई शिकायत के बच्चे को पाल पोस्को बड़ा भी वही करती है। हम सब यह भूल जाते हैं कि कैसे माँ हमारे बचपन के नखरों को सहन करती है। माँ ईश्वर का सच्चा रूप होती है। आज हम जिस किसी भी मुकाम पर है वह सब हमारी माँ की ही बदौलत है। केवल मनुष्य ही क्यों माँ की ममता तो हमें जानवरों में भी देखने को मिल जाती है। जानवर और पक्षी माताएं भी अपने बच्चों को मनुष्यों की माताओं की तरह ही प्रेम देती है।

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माँ का सही अर्थ क्या है?

माँ दुनिया की वह अनमोल चीज है जिसकी तुलना महंगे से महंगे हीरे जवाहरात से भी नहीं की जा सकती है। माँ अपने बच्चों के लिए भयंकर से भयंकर तुफान से भी टकरा जाती है। माँ माने कि मातृत्व। हमारे पुराणों में माँ को सबसे ऊंचा दर्जा प्राप्त है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है माता दुर्गा का। माता दुर्गा समस्त ब्रह्मांड की जननी मानी जाती है। यही एक बड़ा कारण है कि नारी को भी भगवान का रूप माना जाता है।

वह माँ बनकर सबसे बड़ा फर्ज निभाती है। मैया, माई, अम्मा, अम्मी, जननी, मातु, जन्मदात्री, मातृ, मातरि, महतारी, माता, जनयित्री, जननी, वालिदा, महन्तिन, धात्री, प्रसू, मम्मी, ममी, अम्ब और अम्बिका यह सब माता के पर्यायवाची शब्द है। माँ के अनेकों शब्द है। माँ से ही हमें प्यार की अनुभूति प्राप्त होती है। जो प्यार हमें माँ से प्राप्त होता है वह और कहीं से भी नहीं हो सकता है। माता हम सभी को बिना कुछ पाने के बदले में ताउम्र अपना प्रेम लुटाती रहती है। इस दौरान वह हर तरह की पीड़ा को सहन कर लेती है। वह एक शब्द भी अपने बच्चे के खिलाफ नहीं बोलती है।

माँ का प्यार कितना जरूरी है?

हम सभी के लिए माँ का प्यार मिलना बहुत ही जरूरी है। माँ के बिना बच्चा अधूरा होता है। जैसे ही बच्चा धरती पर जन्म लेता है तभी से ही उसका अपनी माँ के साथ एक अनोखा रिश्ता कायम हो जाता है। उस बच्चे के लिए किसी और चीज से भी ज्यादा उसकी माँ महत्वपूर्ण हो जाती है। डाॅक्टर्स की एक रिसर्च के मुताबिक एक बच्चे के पर खाना भी इतना ज्यादा असर नहीं करता है जितना असर उसकी माँ द्वारा मिला अथाह प्यार कर देता है। माँ के प्रेम में एक अनोखी ही ताकत होती है। माँ की ममता के अनेकों फायदे हैं जैसे कि

1) बच्चे को अच्छा महसूस होता है। और जब उसे अच्छा महसूस होता है तब वह अच्छा प्रदर्शन भी करता है।

2) माँ के प्रेम में इतनी शक्ति होती है कि वह बच्चे की इम्युनिटी पावर को बुस्ट कर देता है।

3) माँ के प्रेम के चलते ही बच्चे बड़ी से बड़ी बीमारी से भी उबर जाते हैं।

माँ का हमारे परिवार में महत्व

हमारे जीवन में माँ से बढ़कर कोई और है ही नहीं। माँ है तो हम है और उसी से यह सारा संसार है। माँ दुनिया का सबसे प्यारा शब्द है। माँ हर रूप में अपने दायित्वों का पालन बड़े ही सरलता के साथ करती है, चाहे वह माता का रूप हो, पत्नी, सास या फिर बहन का रूप हो। माता के बिना हमारा परिवार फल फूल नहीं सकता है। एक माँ को ही पता होता है कि उसे घर किस रूप से चलाना है। एक माता के रूप में वह अपने बच्चे की पढ़ाई और लालन पालन की जिम्मेदारी उठाती है।

वह एक पत्नी के रूप में अपने पति की जिम्मेदारियों को संभालती है। उसे यह पता होता है कि उसे कहां पर और कैसे खर्च करना है। हम सभी ने अपने घरों में यह देखा है कि एक माँ सवेरे जल्दी उठकर घर का काम करती है और अपने बच्चो, पति और सास-ससुर के लिए खाना बनाती है। उसका काम पूरे दिन चलता है। कामकाजी महिलाओं का दिन थोड़ा और कठिन होता है क्योंकि उनको अपने परिवार के साथ-साथ कमाई का काम भी करना होता है। इतनी व्यस्त दिनचर्या होने के वाबजूद भी वह उफ्फ तक नहीं करती है। क्योंकि वह अपने परिवार से निस्वार्थ भाव से प्यार करती है।

माता कितने प्रकार की होती है?

हम अक्सर यह सोचते हैं कि माता का रूप केवल हमारी माँ तक ही सीमित होता है। पर यह सच नहीं है। माताओं के भी कई प्रकार होते हैं। हमारे पुराणों में सोलह तरह की माताओं का वर्णन है। इन माताओं का नाम इस प्रकार है। दूध पिलाने वाली (धाय), गर्भ धारण करने वाली, भोजन देने वाली, गुरु पत्नी, ईष्ट देव की पत्नी, सौतेली माँ , सौतेली माँ की बेटी, सगी बड़ी बहन, स्वामी की पत्नी, सास, नानी, दादी, सगे बड़े भाई की पत्नी, मौसी, बुआ और मामी। यह सभी सोलह प्रकार की माताएं होती है। इन सभी माताओं का अपना महत्व होता है। यह सभी अलग-अलग प्रकार की भूमिका को निभाती है।

माँ पर कविता

शहीद की माँ

शहीद का जनाज़ा निकला था,

तिरंगे में लिपटा,

हज़ारों की भीड़ में।

काँधा देने की होड़ में

सैकड़ो के कुर्ते फटे थे,

पुट्ठे छिले थे।

भारत माता की जय,

इंकलाब ज़िन्दाबाद,

अंग्रेजी सरकार मुर्दाबाद

के नारों में शहीद की माँ का रोदन

डूब गया था।

उसके आँसुओ की लड़ी

फूल, खील, बताशों की झडी में

जनता चिल्लाई थी-

तेरा नाम सोने के अक्षरों में लिखा जाएगा।

गली किसी गर्व से

तीस बरस बाद

शहीद की माँ का जनाजा निकला है,

तिरंगे में लिपटा नहीं,

(क्योंकि वह ख़ास-ख़ास

लोगों के लिये विहित है)

केवल चार काँधों पर

राम नाम सत्य है

गोपाल नाम सत्य है

के पुराने नारों पर;

चर्चा है, बुढिया बे-सहारा थी,

जीवन के कष्टों से मुक्त हुई,

गली किसी राहत से छुई छुई।

-हरिवंश राय बच्चन

माँ पर शायरी

चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है

मैं ने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है

-मुनव्वर राना

दुआ को हात उठाते हुए लरज़ता हूँ

कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए

-इफ़्तिख़ार आरिफ़

अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा

मैं घर से जब निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है

इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है

माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है

घर लौट के रोएँगे माँ बाप अकेले में

मिट्टी के खिलौने भी सस्ते न थे मेले में

-क़ैसर-उल जाफ़री

माँ की दुआ न बाप की शफ़क़त का साया है

आज अपने साथ अपना जनम दिन मनाया है

-अंजुम सलीमी

माँ के नाम समर्पित एक खास दिन

माँ सभी को प्यारी होती है। माँ से ही हमारे दिन और रात है। जिसके पास माँ नहीं है उसको माँ की कमी बहुत ज्यादा खलती है। माँ अपने बच्चे पर कभी भी आंच नहीं आने देती है। माँ बिना कोई शिकायत के अपने दायित्व और फर्ज को पूरा करती है। क्या आपको पता है कि माँ के नाम भी एक खास दिन समर्पित होता है? जी हां, दूसरे उत्सवों की ही तरह हर साल मई के दूसरे रविवार को इंटरनेशनल मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व सभी माओं के लिए बहुत खास होता है। इस दिन बच्चे अपनी माँ के लिए कुछ अलग ही करने की योजना बनाते हैं। इस दिवस को मनाने की परंपरा अमेरिका से शुरू हुई थी। एना जार्विस को इस दिवस को शुरू करने का श्रेय जाता है। उसने अपनी माँ के ही नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया था। वह जीवनभर कुंआरी रही।

तो आज के इस निबंध के माध्यम से हमने माँ पर निबंध को समझा। हमारी माँ जैसा इस दुनिया में और कोई भी नहीं है। आज हमारी माँ अगर इस संसार में नहीं होती तो हमारा अस्तित्व भी आज नहीं होता। जैसे माँ हमारे पर निस्वार्थ भाव से प्यार लुटाती है ठीक वैसे ही उसे भी अपने बच्चों का प्यार चाहिए। हम आशा करते हैं कि आप सभी को हमारे द्वारा तैयार किया हुआ यह निबंध पसंद आया होगा।

मेरी माँ पर निबंध 100 शब्दों में

माँ को दुनिया सबसे उंचा दर्जा प्राप्त होता है। माँ से ही हमारा संसार है। माँ को हम सभी भगवान का दर्जा देते हैं। माँ की वजह से हम गुलाब की तरह महकते हैं। माँ हमारी दोस्त होती है। वह हमें सही राह पर चलना सिखाती है। उन बच्चों से जाकर पूछो कि उन्हें कैसा लगता है जिनकी कोई माँ ही नहीं होती है। वह माता के प्रेम से अनभिज्ञ रहते हैं। माँ हमारे अंदर हर तरह के संस्कार के बीज बोती है। माँ हमारी सुख-दुःख की घड़ी में सदा हमारे साथ खड़ी रहती है। माँ हमारे पर कोई भी तरह की आंच नहीं आने देती है। माँ के सहारे हम जीवन में अपने मुकाम को हासिल करते हैं।

मेरी माँ पर निबंध 200 शब्दों में

माँ बिना सब सूना है। माँ से ही हमारा संसार महकता है। माँ ही हमारी सच्ची दोस्त होती है। वह हमारी सर्वप्रथम गुरू भी होती है। उसके बिना हम दुनिया में कुछ भी नहीं सीख सकते हैं। हमारे जीवन का पहला अक्षर भी हम अपनी माँ से ही सीखते हैं। माँ के उचित मार्गदर्शन के बिना हमारा जीवन दिशाहीन हो जाता है। माँ से हमें हौसला मिलता है। माँ हमें जीवन के हर तरह के संकटों से उबार देती है। माँ का प्यार मिलना बहुत ही जरूरी होता है। इस प्यार से हमें एक अलग प्रकार के आनंद की प्राप्ति होती है। पहले के दौर में माँ की भूमिका केवल रसोईघर तक ही सीमित थी। लेकिन आज समय बदल गया है। आज के दौर की महिलाएं बखूबी से अपने करियर और बच्चे को अच्छे से संभाल रही है।

मेरी माँ पर 10 लाइनें

1) माँ ताउम्र हमपर ममता लुटाती है।

2) माँ के बिना हम अधूरे माने जाते हैं।

3) एक माँ घर की सारी जिम्मेदारी को अच्छे से संभालती है।

4) भगवान द्वारा दिया गया सबसे बेहतरीन तोहफा है हमारी माँ।

5) माँ को भगवान का दर्जा प्राप्त है।

6) माँ अपने पूरे जीवन को अपने बच्चों के लिए समर्पित कर देती है।

7) एक पुरानी कहावत है कि पूत कपूत हो सकते हैं पर माता कभी भी कुमाता नहीं हो सकती है।

8) हमें अपनी माँ की आज्ञा का पालन करना चाहिए।

9) माँ हमसे बिना कोई शर्त के प्रेम करती है।

10) मेरी माँ दुनिया की सबसे अच्छी माँ है।

A1. हमारे जीवन में माँ का होना बहुत ज्यादा जरूरी है। वह हमें सहारा देती है। वह हमारे मुश्किल से मुश्किल दिनों में भी हमारे साथ खड़ी रहती है। भले ही हमसे सारी दुनिया मुंह मोड़ ले परंतु माँ अपने बच्चे का साथ कभी भी नहीं छोड़ती है।

A2. विज्ञान के अनुसार माँ गर्भधारण करके बना जाता है।

A3. औरत कोई भी भूमिका में हो सकती है जैसे कि एक पत्नी की भूमिका, दादी, नानी, बहन, बेटी, ताई, चाची आदि। लेकिन माँ की भूमिका एकदम अलग होती है। माँ का दर्जा सबसे बड़ा होता है।

A4. एक माँ अच्छी माँ तभी बन सकती है जब वह पूर्ण रूप से कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने बच्चे की अच्छी देखभाल करें। अच्छी माँ हमेशा मुश्किल दिनों में भी धैर्य के साथ काम करती है। वह साहसी होती है। वह अपने बच्चों की सबसे बड़ी गुरू होती है।

A5. दूध पिलाने वाली (धाय), गर्भ धारण करने वाली, भोजन देने वाली, गुरु पत्नी, ईष्ट देव की पत्नी, सौतेली माँ , सौतेली माँ की बेटी, सगी बड़ी बहन, स्वामी की पत्नी, सास, नानी, दादी, सगे बड़े भाई की पत्नी, मौसी, बुआ और मामी। यह सभी सोलह प्रकार की माताएं होती है।

A6. माँ का प्यार बच्चे के लिए जादू की झप्पी की तरह काम करता है। वह बच्चे को बुरे हालातों से भी उबरने में मदद करता है। माँ का प्यार हमारे लिए सपोर्ट सिस्टम की तरह काम करता है। यह हमें हिम्मत और हौसला प्रदान करता है।

A7. दुनिया में सबसे बड़ी माता मां दुर्गा को कहा जाता है। माँ दुर्गा को समस्त ब्रह्मांड की माता के रूप में जाना जाता है। माता संपूर्ण संसार के दुखों को होती है।

A8. सिंगल मदर होने के फायदे भी है और नुकसान भी। हालांकि बदलते समय के साथ समाज में काफी परिवर्तन आया है। परंतु आज भी इस मॉर्डन दुनिया में सिंगल मदर को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वह अकेलेपन का जल्द शिकार हो जाती है।

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Hindi Essay on “Mera Desh Bharat”, “मेरा देश भारत”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

मेरा देश भारत, mera desh bharat.

Top 7 Hindi Essay on ” Mera Desh Bharat”

निबंध नंबर : 01

भारत मेरा देश है। यह योगी-साधुओं की धरती है। भारत दुनिया का सबसे पुराना देश है। यहाँ का ताजमहल दुनिया के अजूबों में गिना जाता है।

भारत एक ऐसा देश है जहाँ अनेक धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं।  इसी वजह से यहाँ अनेक त्योहार मनाए जाते हैं। यहाँ अनेक भाषाएँ भी बोली जाती हैं।

में भारत के सिर का ताज हिमालय पर्वत अपनी सुंदरता से दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करता है। भारत में गंगा, यमुना, सरस्वती जैसी पावन नदियाँ बहती हैं।

भारत के चरणों में विशाल समुद्र खजानों का भंडार है। भारत की जलसेना, थलसेना और वायुसेना से शत्रु सदा डरते हैं। भारतीयों की लगन और बुद्धि के चर्चे सब जगह हैं।

मुझे मेरा देश अति प्रिय है और इसकी स्वच्छता और वातावरण का पूरा ध्यान रखता हूँ।

निबंध नंबर : 02

मुझे भारत माँ का बच्चा होने में बहुत गर्व है मैं उसका लड़का हूँ क्योंकि वही हमारा पालन-पोषण करती है। भारत एक बहुत विशाल देश है। यह एशिया के दक्षिण में स्थित है और यहाँ काफी बड़ी जनसंख्या रहती है। भारत की जनसंख्या विश्व में दूसरे स्थान पर है। इसके उत्तर में विशाल हिमालय पर्वत है तथा इसके दक्षिण में हिंद महासागर है।

भारत में अनेक महापुरुष हुए हैं। जैसे-राम, कृष्ण, महावीर, गौतम, गुरुनानक, दयानन्द इत्यादि। भारत में अनेक प्रतापी राजा रानी भी हुए हैं। जैसे-पोरस, राणा प्रताप, शिवाजी, रानी झाँसी इत्यादि। भारत देश बहुत सुंदर देश है। यहाँ की संस्कृति भी बहुत प्रभावी है। विदेशों से लोग यहाँ की संस्कृति से प्रभावित होकर घूमने आते हैं। भारत में अनेक ऐतिहासिक स्थल हैं तथा शानदार इमारतें हैं। भारत के आगरा का ताजमहल संसार के आठ अजूबों में से एक है। भारत की कला संस्कृति भी बहुत अच्छी है। जिसका नमूना भारत के विशाल मन्दिरों तथा अजंता एलौरा की गुफाओं से मिलता है। भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं।

यहाँ कई प्रकार के कारखाने तथा औद्योगिक क्षेत्र हैं। धर्म, जाति के लोग रहते हैं तथा विभिन्न प्रकार की बोलियाँ यहाँ बोली हैं। यहाँ की पवित्र नदी गंगा नदी है। भारत बहुत धनी है। परन्तु यहाँ की जनता गरीब व अशिक्षित है। यहाँ के लोगों को शिक्षित करना होगा। मुझे अपना भारत देश बहुत अच्छा लगता है। तथा मैं हमेशा इसकी रक्षा करूगा।

निबंध नंबर : 03

हमारा देश भारत

Hamara desh bharat.

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा।

हम बुलबुले हैं इसके , ये गुलिस्तां हमारा ।।

भूमिका- हमारा भारत विश्व का प्राचीनतम देश है। यह देश ऋषि-मुनियों, साधु-सन्तों, समाज सुधारकों तथा आदर्श पुरुषों की भूमि है। इस देश का नाम ‘भारत’ दुष्यंत तथा शकुन्तला के वीर पुत्र ‘भरत’ के नाम पर पड़ा। यह प्राचीन देश विश्व गुरू धरती का स्वर्ग, देवताओं की जन्म भूमि तथा प्रकृति की क्रीड़ा-स्थली रहा है। दुनिया की अनेक संस्कृतियां मिट गई, परन्तु भारत की संस्कृति आज भी जीवित है।

भारत की स्वाधीनता- भारत कभी सोने की चिड़िया था, परन्तु विदेशियों ने इसे लूटा तथा शासकों ने सैंकड़ों वर्षों तक इसे गुलमाी भी जंजीरों में जकडे रखा क्योंकि यहाँ के निवासी अपनी शक्ति, वीरता एक एकता को भूल बैठे थे। 15 अगस्त, 1947 को भारत स्वतन्त्र हुआ तथा नए लोकतन्त्र के रूप में उदित हुआ।

भारत की सांस्कृतिक विशेषताएँ- इस भूमि में राम, कृष्ण, गाँधी, नानक, गुरू गोबिन्द सिंह, विवेकानन्द, दयानन्द, महावीर स्वामी आदि अवतारों, गुरुओं ने जन्म लिया। इसके इतिहास में चन्द्र गुप्त, चाणकय और अशोक जैसे व्यक्ति हुए। सुभाष, भगत सिंह, आजाद, नेहरू जैसे आजादी के परवाने इसके लिए जिए और मरे हैं।

इस देश में पंजाबी, गुजराती, राजस्थानी, तेलगु, असमिया, बंगाली, मद्रासी, हिन्दी भाषा-भाषी लोग हैं। इसके उत्सव और त्यौहार तीर्थ और पूजा स्थल, मंदिर और मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे इसकी एकता के सूत्र में माला के दानों की भान्ति एक होते हैं।

यह देश जगद्गुरू रहा है। इसकी मिट्टी में वेदों की रचना हुई। गीता का ज्ञान, महाभारत, रामायण, रामचरित मानस, गुरु ग्रन्थ साहिब इसके पावन ग्रन्थ हैं। युधिष्ठर, कर्ण, हरिशचन्द्र जैसे सत्यवादी और दानवीर चरित्र इससे उपजे हैं। यहाँ सीता, सवित्री, लक्ष्मी बाई, दुर्गावती जैसी नारियों ने जन्म लिया है। बाल्मीकी, व्यास, कालिदास, भवभूति, तुलसी, सूर, मीरा, रविन्द्र नाथ टैगोर जैसे कवि श्रेष्ठ इसके गौरव को बढ़ाते हैं। हिमालय उच्च भाल की तरह यही चमकता है। इसी देश में गंगा-यमुना की पवित्र धाराएँ बहती हैं।

स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद का भारत- आज हम स्वतन्त्रता एवं सर्वप्रभुत्ता सम्पन्न हैं। कृषि के क्षेत्र में यहाँ हरित क्रान्ति आई है और उद्योग क्षेत्र में भी भारत ने अभूतपूर्व विकास किया है। स्वतन्त्रता प्राप्ति से पूर्व हम छोटीछोटी वस्तुएं विदेशों से मंगवाते थे, पर आज बड़ी-बड़ी मशीन बाहर भेजते हैं। अब हम विदेशों के मोहताज नहीं हैं। भारत के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी, अग्नि, नाग, त्रिशल, वज्र आदि के सफल परीक्षण से यह सिद्ध कर दिया है कि वे किसी से पीछे नहीं हैं। परमाणु परीक्षण करके भारत ने विश्व को चौंका दिया है।

उपसंहार- हमारा भारतवर्ष महापुरुषों की भूमि है। अत: हमारा कर्तव्य है कि हम आपस में न लड़ें, एकता से रहें तथा सभी धर्मों का आदर करना सीखें। सभी धर्म अच्छी राह दिखाते हैं, तथा ईश्वर तक पहुचन कमा यह दश वारा का देश है, अत: हमें चाहिए कि देश की एकता. अखण्डता तथा स्वाधीनता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दें।

निबंध नंबर : 04

Mera Desh Bharat 

मेरा देश महान है। उसकी भौगोलिक स्थिति की भी अपनी विशेषता है। यह देश बहुत बड़ा है। काश्मीर कन्याकुमारी तक फैला हुआ है। इसकी जनसंख्या संसार में चीन के बाद दूसरे नं० पर है। यह कई प्रान्तों और केन्दीय शासित प्रदेशों में बंटा हुआ है। यह राष्ट्र सबसे बड़ा प्रजातन्त्र राष्ट्र है) इसमें लोकसभा के 550 सदस्य हैं और दो हजार से उपर विधानसभाओं के सदस्य हैं। इसके उत्तर में हिमालय का पर्वत मुकुट है। कश्मीर भारत का अटूट अंग है जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है। यही पर रावी, गंगा, यमुना, सतलुज, व्यास नदियां बहती हैं। यहां की ऋतएं अपनी-अपनी निधि बखेरती हैं। बसंत में सास देश दुल्हन की भान्ति खिल उठता है। वर्षा ऋतु अपना अलग ही सौन्दर्य दिखलाती है। मेरे देश भारत में अनेकता में एकता के गुण पाए जाते हैं। यहाँ पर अनेक जातियां हैं- उनके विश्वास अनेक हैं फिर भी देश प्रेम एक ऐसी चीज है जिसने सबको एक सूत्र में बांधा हुआ है। इसी भूमि में राम. कृष्ण, गांधी, गौत्तम, नानक, गुरू गोविन्द सिंह, विवेकानन्द, दयानन्द, महावीर स्वामी आदि अवतारों गुरुओं ने जन्म लिया। सुभाष, भमत सिंह, आजाद, नेहरु जैसे आजादी के परवाने इसके लिए जिए और मरे हैं। यह देश जगतगुरु रहा है तो सोने की चिड़िया भी। गीता का ज्ञान, महाभारत, रामायण, मानस, गुरू ग्रन्थ साहिब इसके पावन ग्रन्थ हैं। पदाँ सीता सवित्री-लक्ष्मीबाई, दुर्गावती-जैसी नारियों ने..जन्म लिया है। इस देश में पंजाबी, गजराती, मद्रासी, राजस्थानी तेलग, असमिया, बंगाली, हिन्दी भाषा-भाषी लोग रहते हैं। इनके उत्सव और त्यौहार, तीर्थ और पोस्थल, मन्दिर-मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे इसकी एकता के सूत्र में माला के दानों की भांति एक होते हैं।

निबंध नंबर : 05

मुझे अपने देश भारत पर बहुत गर्व है। यह दुनिया का सबसे बड़ा प्रजातन्त्र है। चीन के बाद भारत जनसंख्या के हिसाब से विश्व में दूसरे नम्बर पर है। भारत विश्व में औद्योगिक राष्ट्रों के क्रम में सातवें नम्बर पर है। हमारी अर्थव्यवस्था विश्व में पांचवें स्थान पर है। हमारी सैनिक शक्ति भी प्रथम पाँच में है।

भारत ‘विभिन्नता में एकता’ का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। सभी धर्मों के लोग यहाँ साथ-साथ रहते हैं। कई विभिन्न भाषाएँ यहाँ बोली जाती हैं। कहा जाता है कि हर दो सौ किलोमीटर के बाद कोई भी व्यक्ति खानपान, कपड़े, भाषा, घरों आदि में बदलाव महसूस कर सकता है।

भारत के उत्तर में बर्फ से आच्छादित हिमालय पर्वत श्रृंखला है तो दूसरी ओर राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके हैं जो देश में हर प्रकार के मौसम के होने के उदाहरण हैं। हमारे देश का समुद्र तटीय इलाका बहुत ज्यादा है। भारत में प्राकृतिक सौन्दर्य एवं सम्पदा की भरमार है।

हमारा देश दूध का उत्पादन करने में विश्व में प्रथम नम्बर पर है। चीनी एवं गेहूँ के उत्पादन में भी हमारा देश सबसे आगे है। भारतीय पूरी दुनिया में अपनी तकनीक एवं बौद्धिक क्षमता के लिए जाने जाते हैं। संसार भारत के अभियंताओं का स्वागत करता है। सूचना एवं तकनीक के क्षेत्र में भी का बोलबाला है।

हमारा इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। हमने संसार को योग एवं दिया है। संसार में भारतीय विद्वानों, वैज्ञानिकों और नेताओं को दल दृष्टि से देखा जाता है। विश्व में भारत को एक महान् और महत्त्वपर्ण गाव का दर्जा प्राप्त है।

निबंध नंबर : 06

Our Country: India

रूप – रेखा  

प्राचीन और महान देश , सभ्यता और संस्कृति , जलवायु और स्थिति , ऋतु एवं फसलें , प्राकृतिक संसाधन , मौसम , नदियाँ , अनेकता में एकता का देश , आर्थिक स्थिति और वैज्ञानिक प्रगति , वीरों और महापुरुषों की भूमि , आपसी भाईचारा ।

भारत विश्व के प्राचीन देशों में से एक है । प्राचीन समय में भी यहाँ की सभ्यता और संस्कृति बहुत उन्नत थी । वेदों की रचना के द्वारा ज्ञान का प्रकाश फैला । भारत को विश्व गुरु की संज्ञा दी गई । दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र भरत के नाम पर इस देश के नाम भारत पड़ा । वेदों, पुराणों और उपनिषदों के माध्यम से समाज में ऊँचे आदर्शों की स्थापना हुई । ऋषि-मुनियों और संतों की वाणी से संसार में ज्ञान का आलोक फैला।

विश्व के मानचित्र पर भारत उत्तर-पूर्वी गोलार्द्ध में स्थित है । यहाँ समशीतोष्ण जलवायु पाई जाती है। भारत के उत्तर में हिमालय की लंबी पर्वत श्रृंखला है । हिमालय भारत का मुकुट है । दक्षिण में हिन्द महासागर इसके पाँव धोता है । पूर्व में बंगाल की खाड़ी और पश्चिम में अरब सागर है । इस प्रकार भारत तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है । यहाँ एक वर्ष में छह ऋतुएँ बारी-बारी से आती हैं । ऋतु परिवर्तन तथा वर्षा के कारण यहाँ अनेक तरह की फसलें उगाई जाती हैं । गेहूँ, चावल, दाल आदि के अतिरिक्त हमारे देश में तरह-तरह की फल-सब्जियाँ भी पैदा होती हैं।

भारत में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता है । कोयला, ताँबा, अभ्रक, लोहा आदि खनिजों के यहाँ विशाल भंडार है । गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, कृष्णा, कावेरी आदि नदियाँ अपने जल से भारत-भूमि को सिंचित करती हैं। उत्तरी मैदानों की भूमि बहुत उपजाऊ है । भारत में जलवायु की दृष्टि से काफी असमानताएँ देखने को मिलती हैं । उत्तरी भारत में गर्मियों में अधिक गर्मी तथा सर्दियों में अधिक ठंड पड़ती है । दक्षिण भारत में सम जलवायु पाई जाती है। पर्वतीय क्षेत्रों में ठंडी जलवायु पाई जाती है। भारत की विशालता के कारण यहाँ एक ही समय में अलग-अलग प्रकार की जलवायु देखने को मिलती है । यहाँ की भूमि भी एक जैसी नहीं है । कहीं पर्वत हैं तो कहीं गहरी खाइयाँ, कहीं समतल मैदान हैं तो कहीं पठार ।

भारत अनेकता में एकता का देश है । यहाँ अनेक धर्म, संप्रदाय, जाति और भाषा के लोग रहते हैं । यहाँ 28 प्रान्त और 7 केन्द्रशासित प्रदेश हैं । प्रांतों की अपनी-अपनी भाषाएँ हैं । परन्तु हिन्दी और अँगरेज़ी भाषा पूरे देश में बोली जाती है । इनमें से हिन्दी राष्ट्रभाषा और अँगरेजी संपर्क भाषा है। रीति-रिवाजों में भी भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में काफी अंतर पाया जाता है । यहाँ प्रत्येक स्तर पर विविधताओं के दर्शन होते हैं । फिर भी भारत एक है क्योंकि हमारी संस्कृति और हमारे आदर्श एक हैं।

प्राचीन काल में भारत एक धनी देश था । आज भी हमने बहुत उन्नति की है। हम लोग वैज्ञानिक प्रगति में किसी देश से पीछे नहीं हैं। आजादी के बाद से भारत लगातार प्रगति कर रहा है । पहले हम छोटी-मोटी चीजें भी विदेश से मँगाते थे, आज हम बडी-बडी मशीनें निर्यात करते हैं। हमारी सैनिक शक्ति भी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है । हमारा लोकतंत्र निरंतर फला-फूल रहा है । भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।

भारत वीरों और महापुरुषों की भूमि है । राम, कृष्ण, बुद्ध, महावीर, नानक, गाँधी जैसे महापुरुषों ने भारत का नाम पूरे विश्व में ऊँचा किया है। इन्होंने हमें देश के लिए बलिदान होने की शिक्षा दी है । हमें देश की अखंडता और एकता के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने के लिए तैयार रहना चाहिए । हमें सभी धर्मों का सम्मान करते हुए आपस में प्रेमपूर्वक रहना चाहिए । यही भारत की असली पहचान है।

निबंध नंबर : 07

मेरा देश भारत है। यह इंडिया और हिन्दुस्तान के नाम से भी प्रसिद्ध है । मेरा देश महान है । दुनिया का और कोई ऐसा देश नहीं जिसने इतनी बड़ी संख्या में महापुरुषों और विचारकों को जन्म दिया हो । राम, कृष्ण, महावीर और बुद्ध को कौन नहीं जानता । नानक, कबीर, तुलसी आदि संत देश की आत्मा हैं । गाँधी, टैगोर और नेहरू देश की पहचान हैं। हमारो सभ्यता बहुत पुरानी है । वेद, पुराण, उपनिषद और गीता केवल हमारे धर्मग्रंथ ही नहीं. इनमें जीवन का सारा निचोड़ है । हमारे देश ने हमेशा दुःखी और पीड़ित व्यक्तियों के आँसू पोछे हैं । हमने लुटरों और विदेशी आततायियों को भी आश्रय दिया है । आज हम स्वतंत्र हैं। हमारा देश उन्नति के शिखर को छने की कोशिश कर रहा है । विज्ञान और तकनीकी के सहारे भारत के लोग अपनी समस्याओं पर विजय की प्राप्ति की ओर अग्रसर हैं । विश्व शांति के लिए भारत लगातार प्रयत्नशील है।

शब्द – भंडार

विचारकों = विचार करने वालों । आश्रय – घर, सहारा । निचोड़ = सार, मूल बात । आततायियों = अत्याचार करने वालों । अग्रसर में आगे बढ़ा हुआ। शिखर = चोटी।

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17 Comments

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Mera Desh Mahan Nahi Raha….. Moodhee-bi aur uskey parshansak apney aa[ se ye sawal karein ke kya sach-much “MERA DESH MAHAM HEI YA NAHI????”

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It’s short but it’s worth I loved the content 👍

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